करियर डेस्क : अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा है तो शुरुआत कहीं से भी की जा सकती है। इसी लाइन पर अपने सपने को साकार करने वाले युवा हैं IES वैभव छाबड़ा (Vaibhav Chhabra). हर साल यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में लाखों की संख्या में उम्मीदवार शामिल होते हैं। कुछ सफल होकर अपने सपने को पूरा कर पाते हैं लेकिन कई वापस से तैयारी में जुट जाते हैं। बार-बार असफलता मिलने के बावजूद भी हार न मानने वालों को एक दिन जीत जरूर मिलती है। वैभव छाबड़ा भी इन्हीं में से हैं। वे कॉलेज में बैकबेंचर हुआ करते थे और पढ़ाई में उनका बिल्कुल भी मन नहीं लगता था। इसी का नतीजा रहा कि वे 8 बार फेल हुए लेकिन जब कुछ करने की चाहत हुई तो सफलता पाकर ही दम लिया। आइए जानते हैं वैभव छाबड़ा के सक्सेस की कहानी..