कैंडिडेट ने जवाब दिया- रोबोटिक्स और आदमी को सोच इमोशनली अलग करती हैं। हम लोग बुद्धिजीवी हैं, इंसान ने रोबोट बनाए हैं। रोबोट में इमोशन और चेतना अभी नहीं आई है और आना भी मुश्किल है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जरूर आ गया है लेकिन इसका बेसिक सा टेस्ट रहता है उसे पार करने पर बता दिया जाता है कि रोबोट में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस है। इंसानों जैसी फीलिंग नहीं आ पाती, इंसानों की जगह लेना रोबोट के लिए मुश्किल है।