अरबाज खान के करियर का एक निगेटिव प्वाइंट यह भी रहा कि उन्होंने सही फिल्मों का चयन नहीं किया। कुछ फिल्मों को छोड़ दे तो उनकी ज्यादातर फिल्मों बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी। इनमें मं तुझे सलाम, ये मोहब्बत है, सोच, कयामत सिटी अंडर थ्रेट, कुछ ना कहो, अली बाबा 40 चोर, फुल एन फाइनल, ढोल, दस कहानियां, गॉड फादर, हैलो, जय वीरू किसन, जीना इसी का नाम है, लव यात्री जैसी फिल्में शामिल है।