एक वक्त तो ऐसा भी आया कि जब बाबा का ढाबा का मटर पनीर, चावल और रोटी पूरी दिल्ली के ढाबों पर भारी पड़ गया था। कुछ खाने वाले, कुछ फोटो खिंचवाने वाले और कुछ दया और दान के नाम पर सेल्फी लेने वाले मालवीय नगर के फुटपाथ पर बने इस छोटे से ढाबे पर भीड़ लगाए रहते थे।