हिमांशी आगे लिखती हैं कि 'उसे मुझसे ज्यादा अपने आप से प्यार था, और मुझे खुद से ज्यादा उससे प्यार था' हिमांशी ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, "मेरे पिता ने एक बार एक चुटकुला सुनाया था और मैं बेहद हंसी, फिर उसके बाद उन्होंने दोबारा वही चुटकुला सुनाया था, और मैं थोड़ा हंसी, वह वही चुटकुला दोहराते रहे, मैंने हंसना बंद कर दिया।'