गोविंदा की वो 5 गलतियां जो उनपर ही पड़ गईं भारी, कभी तंगहाली तक में गुजरी जिंदगी
मुंबई. गोविंदा 56 साल के हो गए हैं। 21 दिसंबर, 1963 को विरार, मुंबई में जन्मे गोविंदा ने 1986 में आई फिल्म 'तन-बदन' से बॉलीवुड डेब्यू किया था। वैसे, अपने 33 साल लंबे करियर में गोविंदा ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं, लेकिन उन्होंने अपने करियर में कुछ गलतियां भी की जिसकी वजह से वे हीरो नबंर वन से जीरो बन गए। वे सुपरस्टार बनें तो लेकिन अपने स्टारडम को ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रख पाए। इसके कई कारण उनके करियर के दौरान देखने को मिले, जब गोविंदा का डिसीजन उन्हीं भर भारी पड़ गया था। उनकी लाइफ में एक दौर ऐसा भी आया जब उन्हें तंगहाली में जिंदगी गुजारनी पड़ी।
रिपोर्ट्स की मानें तो गोविंदा के साथ हमेशा से सपोर्टिग रोल करने को लेकर एक बड़ा इश्यू रहा है, भले ही कुछ फिल्मों में उन्होंने सपोर्टिंग रोल प्ले किया लेकिन वे 56 की उम्र में भी लीड एक्टर बनने की कोशिश में लगे रहे हैं। जिसके कारण उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलना कम हो गए। बता दें कि गोविंदा के पास कुछ फिल्में है, जिनकी वे शूटिंग कर रहे हैं।
करियर के बीच में गोविंदा का राजनीति में उतरना उनके लिए भारी पड़ गया। उनका राजनीति में आने का फैसला गलत साबित हुआ। वे कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव लड़े और जीता भी मगर इसके बाद उनका फिल्मी सफर जैसे थम सा गया था। उन्होंने फिल्मों में वापसी तो की मगर वो अपना जादू चलाने में कामयाब नहीं हो पाए।
इंडस्ट्री में गोविंदा और डेविड धवन की जोड़ी बेहतरीन एक्टर डायरेक्टर की जोड़ी मानी जाती थी। मगर डेविड धवन के साथ भी ईगो प्रॉब्लम की वजह से गोविंदा का मनमुटाव हो गया। बता दें कि दोनों ने करीब 20 फिल्में साथ की थी।
खबरों की मानें तो गोविंदा और सलमान खान की दोस्ती की मिसाल दी जाती थी। लेकिन अचानक दोनों के बीच मनमुटाव की खबरें मीडिया में आई थी। ऐसा माना जाता है कि सलमान ने गोविंदा से वादा किया था कि वो उनकी बेटी को दबंग फिल्म में ब्रेक देंगे पर सलमान ने ऐसा नहीं किया, जिसके बाद गोविंदा संग उनकी दोस्ती में दरार आ गई।
कई बार देखा गया कि सेलेब्रिटी स्टारडम को संभाल नहीं पाते हैं। गोविंदा ने अपनी मेहनत से खूब नाम कमाया लेकिन वे स्टारडम नहीं संभाल पाए। खबरों की मानें तो जब गोविंदा को वक्त के हिसाब से खुद को ढालने की जरूरत थी तो उन्होंने ध्यान नहीं दिया। और इस वजह से धीरे-धीरे उनका स्टारडम खत्म होता गया।
गोविंदा ने अपने बुरे दौर का खुलासा एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने बताया था कि करियर में किसी कैंप का हिस्सा ना होना उनकी सबसे बड़ी गलती थी। अगर वो किसी कैंप का हिस्सा होते तो बात ही कुछ और होती। कैंप का हिस्सा ना होने की वजह से उनका करियर ठंडा पड़ गया, फिल्में मिलना बंद हो गई और धीरे-धीरे उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब होती गई। गोविंदा ने लव 86, इलजाम, हत्या, हम, राज बाबू, कुली नंबर 1, हीरो नंबर 1, दीवाना मस्ताना, दूल्हे राजा, बड़े मियां छोटे मियां, जोड़ी नंबर 1, हसीना मान जाएगी, साजन चले ससुराल जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया।