आशा रनोट ने कहा कि 'अगर कंगना गलत होती तो देश की जनता उनके साथ नहीं होती। कैसी सरकार है। उनकी बेटी उसकी प्रजा का एक अंग है। उनके साथ इतना अन्याय हुआ है। ये कैसी सरकार है। इसको सरकार बोलते हैं। ये बाल ठाकरे की शिवसेना है, नहीं। ये वो बाल ठाकरे की शिवसेना नहीं है, जिसके बारे में लोग बचपन से सुनते आ रहे हैं।'