शर्मिला ने बताया था कि उस मुश्किल वक्त में उनके पति ने उनका पूरा साथ दिया था। उन्होंने उन्हें समझा और हर कदम पर उनका साथ निभाया था। उनकी पड़ोसी सुनीता गोस्वामी ने भी तब उनकी काफी मदद की थी। वे सैफ के स्कूल 'सैफी महल' में पढ़ाती भी थीं। यह स्कूल वाकई में बहुत लाजवाब था, जिसे उस वक्त मिसेज नूरानी चलाया करती थीं।