मुंबई। स्वर साम्राश्री लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को लेकर एक पुराना किस्सा है कि 33 साल की उम्र में उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी। लता की करीबी मित्र पद्मा सचदेव की किताब ‘ऐसा कहां से लाऊं’ में भी इस बात का जिक्र है। यह घटना 1963 की है जब लता को लगातार उल्टियां हो रही थीं। डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि उन्हें धीमा जहर दिया गया है। हालांकि अब खुद लता मंगेशकर ने इस कहानी के पीछे से पर्दा हटाया है। लताजी ने एक बातचीत में कहा- हम मंगेशकर्स इस बारे में बात नहीं करते। क्योंकि यह हमारी जिंदगी का सबसे भयानक दौर था। साल था 1963। मुझे इतनी कमजोरी महसूस होने लगी थी कि मैं बेड से बड़ी मुश्किल से उठ पाती थी।