शेखर कपूर के मुताबिक, शूटिंग शुरू हुई और टीना को ताबूत में लिटा दिया गया। इसके बाद बच्चे बारी-बारी से आकर टीना के ऊपर फूल चढ़ाने लगे, लेकिन हर बार टीना और सभी बच्चे हंस पड़ते थे, जिससे सीन को बार-बार रीटेक किया जाता था। बाद में टीना को एक प्लान बनाकर सुला दिया और उसके बाद यह सीन शूट हो पाया था।