तनुश्री दत्ता को होशियार बनना पड़ा महंगा, नाना पाटेकर के NGO ने ठोका 25 करोड़ों का मानहानि केस
मुंबई. मीटू कैम्पेन चलाने वाली तनुश्री दत्ता की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। नाना पाटेकर के एनजीओ नाम फाउंडेशन ने तुश्री पर 25 करोड़ का मानहानि की दावा ठोका है। इस दावे के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने तनुश्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाना पाटेकर के नाम और उनके फाउंडेशन के खिलाफ आरोप लगाने से रोक लगा दी है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 14, 2020 10:27 AM IST / Updated: Mar 18 2020, 10:06 AM IST
दरअसल, पिछले दिनों तनुश्री दत्ता ने नाना के एनजीओ पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे। इन्हीं आरोपों के बाद एनजीओ ने एक्ट्रेस के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया। जस्टिस एके मेनन ने नाम फाउंडेशन को राहत प्रदान की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार तनुश्री कोर्ट में उपस्थित नहीं थीं। तनुश्री न तो खुद और न ही उनका वकील कोर्ट में समय पर उपस्थित था। बता दें कि तनुश्री ने इसी साल जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने एनजीओ के खिलाफ आरोप लगा थे।
हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में नाना पाटेकर और मकरंद अनासपुरे द्वारा 2015 में शुरू किए गए नाम फाउंडेशन ने कहा कि उनका एनजीओ लगातार सूखे से प्रभावित इलाकों में किसानों की बेहतरी के लिए काम कर रहा है, लेकिन तनुश्री द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं उससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।
बता दें कि तनुश्री ने अक्टूबर 2018 में फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर एक गाने की शूटिंग के दौरान नाना पाटेकर पर गलत ढंग से छूने और बदतमीजी करने का आरोप लगाया था। तनुश्री के इस खुलासे से बॉलीवुड में हड़कंप मच गया है। तनुश्री के इस आरोप को नाना पाटेकर को गलत बताया था।
इस केस को पिछले साल जून में पुलिस ने केस को बंद कर दिया था। पुलिस रिपोर्ट में इस शिकायत को गलत करार दिया। हालांकि, केस बंद करने के खिलाफ तनुश्री की याचिका फिलहाल उसी अदालत के समक्ष लंबित है।