एनएसडी में पढ़ाई करते हुए ओम पुरी की मुलाकात शबाना आजमी से हुई थी। इस दौरान शबाना ने उन्हें देखकर कहा था- पता नहीं कैसे-कैसे लोग हीरो बनने चले आते हैं। ये बात और है कि बाद में शबाना और ओम ने धारावी, मृत्युदंड, अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है, सिटी ऑफ जॉय जैसी कई फिल्मों में साथ काम किया था।