Published : Apr 04, 2020, 11:30 AM ISTUpdated : Apr 07, 2020, 10:23 AM IST
मुंबई. 4 अप्रैल को परवीन बाबी की 71वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 1949 में जूनागढ़, गुजरात में जन्मी परवीन की साल 2005 में रहस्यमय हालातों में मौत हो गई थी। उनकी जिंदगी के कई ऐसे फैक्ट्स और किस्से हैं, जो अब भी ज्यादातर लोग नहीं जानते। कम ही लोगों को मालूम होगा कि जिस अमिताभ बच्चन के साथ परवीन ने कई सुपरहिट फिल्में की थी, बाद में उन्हीं को परवीन अपना दुश्मन समझने लगी थीं। यह बात परवीन के साथ लिव इन में रह चुके डायरेक्टर महेश भट्ट ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में बताई थी।
2014 में एक फेमस मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में महेश भट्ट ने परवीन से अपने रिश्ते, प्यार और उनको तन्हा छोड़ देने की पूरी कहानी पर बात की थी। इस दौरान उन्होंने परवीन की जिंदगी और उनकी मौत पर दुख भी जताया। उन्होंने बताया कि बीमारी के चलते परवीन की मेंटल कंडीशन इतनी बिगड़ चुकी थी कि वो अमिताभ बच्चन को भी अपना दुश्मन समझने लगी थीं।
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महेश भट्ट ने बताया था- 1980 में फिल्म शान की शूटिंग चल रही थी। टाइटल सॉन्ग फिल्माया जाना था। अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, बिंदिया गोस्वामी, जॉनी वॉकर, बिंदु और परवीन बाबी सेट पर मौजूद थे। गाना शूट होना शुरू ही हुआ था कि परवीन ने अचानक शूटिंग रूकवा दी। उन्होंने सेट पर लगे झूमर के नीचे खड़े होने से इनकार कर दिया।
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उन्होंने अमिताभ पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे उन पर झूमर गिराकर मारना चाहते हैं। अमिताभ के साथ इस साजिश में फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी भी शामिल हैं। परवीन के आरोपों के बाद शूटिंग रोक दी गई और उन्हें वहां से हटाया गया। परवीन के आरोपों से पूरी फिल्म इंडस्ट्री हिल गई।
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1979 की बात है। एक दिन महेश जब घर लौटे तो उन्होंने देखा कि परवीन फिल्म की कॉस्ट्यूम पहने घर के एक कोने में बैठी हैं, उनके हाथ में चाकू था। महेश को देखते हुए परवीन ने उन्हें चुप रहने का इशारा करते हुए कहा, बात मत करो, कमरे में कोई है। वो मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं। ये पहला वाक्या था जिससे महेश बुरी तरह हिल गए। उन्होंने परवीन का ये रूप पहले कभी नहीं देखा था। फिर अक्सर ही परवीन ऐसी हरकतें करने लगीं।
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डॉक्टरों को दिखाने के कुछ दिन बाद पता चला कि उन्हें सिजोफ्रेनिया नाम की मानसिक बीमारी है। तमाम इलाज के बावजूद परवीन की ये बीमारी ठीक होने का नाम नहीं ले रही थी। उनके दिल में ये डर बैठ गया था कि कोई उन्हें मारना चाहता है। कुछ समय बाद तो परवीन को लगने लगा था कि उनकी कार में बम रखा है, वो एसी की आवाज तक से डर जाती थीं। परवीन की ऐसी कंडीशन देखकर उन्हें कमरे में ही बंद रखा जाने लगा।
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परवीन बाबी का जन्म गुजरात के जूनागढ़ की एक मुस्लिम फैमिली में हुआ था। उनकी शुरुआती पढ़ाई माउंट कार्मल हाई स्कूल, अहमदाबाद से हुई। इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद के सेंट जेवियर्स कॉलेज से आगे की पढ़ाई की। इस दौरान फिल्मकार बी आर इशारा की नजर बाबी पर पड़ी। मिनी स्कर्ट पहने और हाथ में सिगरेट लिए बाबी का अंदाज उन्हें इतना पसंद आया कि उन्होंने तुरंत उन्हें अपनी फिल्म चरित्र (1973) के लिए साइन कर लिया। हालांकि, ये फिल्म तो नहीं चल सकी, लेकिन परवीन बाबी चल निकलीं।
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इंडस्ट्री में आने के बाद परवीन बाबी जितनी जल्दी स्टैब्लिश हुई, उतनी जल्दी ही उन्होंने अपने लिए पार्टनर भी ढूंढ लिया। यहां सबसे पहले उनका नाम डैनी के साथ जुड़ा। फिल्म 'धुएं की लकीर' से शुरू हुआ उनका अफेयर कुछ ही घंटों में परवान चढ़ चुका था। हालांकि, ये अफेयर ज्यादा दिनों तक नहीं चला। डैनी के बाद परवीन कबीर बेदी के संपर्क में आईं। कबीर मॉडर्न ख्यालात के इंसान थे। सिगरेट, शराब पीने वाली और बोल्ड नेचर की परवीन और कबीर को एक-दूसरे का साथ बेहद पसंद आने लगा। दोनों लंबे समय तक लिव-इन में रहे, लेकिन ये रिश्ता भी ज्यादा दिन तक नहीं चल सका। इसके बाद परवीन की लाइफ में महेश भट्ट आए। दोनों करीब तीन साल तक साथ रहे।
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ज्यादा लाइम लाइट और सक्सेस ही परवीन की सबसे बड़ी दुश्मन बन गई, जिस वजह से बॉलीवुड में हर कोई उन्हें अपना दुश्मन नजर आने लगा था। 20 जनवरी, 2005 को परवीन बाबी ने दुनिया को अलविदा कहा। वे सिजोफ्रेनिया नाम की मानसिक बीमारी से पीड़ित थीं। ये अनुवांशिक बीमारी थी, जिसके ठीक होने की संभावना न के बराबर थी। परवीन डायबिटीज और गैंगरीन से भी पीड़ित थीं। इस वजह से उनकी किडनी और शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। उनकी मौत किसी बीमारी से हुई या उन्होंने आत्महत्या की, ये बात अब तक राज ही है।