करीना के ससुर की मौत के बाद सैफ के हाथ से चला गया था ये महल, फिर यूं हासिल की पुश्तैनी संपत्ति
मुंबई. नवाबों के खानदान से ताल्लुक रखने वाले सैफ अली खान का पटौदी पैलेस किसी पहचान का मोहताज नहीं है। उनके पिता मंसूर अली खान हरियाणा के पटौदी रियासत से ताल्लुक रखते थे। पटौदी में सैफ का पैलेस और काफी प्रॉपर्टी है जिसपर अक्सर चर्चा होती रहती है। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में सैफ ने खुलासा किया था कि अपने पैलेस को वापस पाने के लिए उन्हें होटल चेन को किराए पर देना पड़ा था। आपको बता दें कि फिलहाल सैफ के पास कोई फिल्म का ऑफर नहीं है। सैफ इन दिनों बेटे तैमूर के साथ वक्त बीता रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 17, 2020 11:24 AM IST / Updated: Mar 24 2020, 10:41 AM IST
एक इंटरव्यू में सैफ ने बताया था, 'पिता की मौत के बाद इस पैलेस को नीमराणा होटल्स को किराए पर दिया था। इससे पहले अमन और फ्रांसिस इसे चलाते थे। फ्रांसिस का निधन हो गया जिसके बाद मुझसे कहा गया कि मैं अपना पैलेस वापस ले सकता हूं लेकिन इसके लिए मुझे बहुत सारे पैसे देने होंगे।
सैफ ने बताया कि मुझे लगता है कि जो घर मुझे विरासत में मिलना चाहिए था उसे मुझे फिल्मों से कमाए पैसे के जरिए वापस लेना पड़ा था। मेरी परवरिश वैसी रही है लेकिन विरासत में कुछ भी नहीं मिला है।
बता दें कि गुड़गांव, हरियाणा से 26 किलोमीटर दूर पटौदी में ये व्हाइट कलर का पैलेस है। सैफ यहां पत्नी करीना कपूर, बेटे तैूर अली खान औप फैमिली के साथ यहां फुर्सत के पल बिताते हैं।
इस पैलेस को बने अभी करीब 84 साल हुए हैं। पैलेस का निर्माण 1935 में 8वें नवाब और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान इफ्तिखार अली हुसैन सिद्दीकी ने कराया था। इसकी कीमत करीब 800 करोड़ बताई जाती है।
इस पैलेस में 150 रूम हैं और 100 से ज्यादा नौकर काम करते थे, लेकिन अब वो बात नहीं है।
पैलेस को जहां इफ्तिखार अली हुसैन सिद्दीकी ने बनवाया तो वहीं उनके बेटे और 9वें नवाब मंसूर अली उर्फ नवाब पटौदी ने विदेशी आर्किटेक्ट की मदद से इसका रिनोवेशन कराया था।
2003 में मंसूर अली खान की मां साजिदा सुल्तान की मौत के बाद उन्हें सरकारी बंगला छोड़ना पड़ा। उसके बाद नवाब पटौदी पत्नी शर्मिला टैगौर के साथ इस पैलेस में रहने लगे थे।
पटौदी पैलेस में कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी की जा चुकी है, जिनमें 'मंगल पांडे', 'वीर-जारा', 'रंग दे बसंती', 'लव' जैसी फिल्में शामिल हैं।
मंसूर अली उर्फ नवाब पटौदी की मौत के बाद उन्हें महल परिसर में स्थित कब्रगाह में दफनाया गया था।
पैलेस में कई बड़े मैदान, अस्तबल और गैरेज हैं। रिनोवेशन के बाद, सैफ ने पैलेस की फोटोज भी शेयर की थी। एक बड़े ड्राइंग रूम के अलावा, पैलेस में सात बेडरूम, ड्रेसिंग और बिलियर्ड रूम हैं।