सलमान के भतीजे अब्दुल्ला की मौत के 5 दिन बाद सलीम खान ने खोला राज, बताया किस वजह से गई जान
मुंबई। सलमान खान के भतीजे अब्दुल्ला खान का 28 मार्च को मुंबई के लीलावती अस्पताल में निधन हो गया। 38 साल के अब्दुल्ला पिछल कुछ वक्त से बीमार चल रहे थे। अब्दुल्लाह के निधन के बाद से ही पूरी खान फैमिली में शोक की लहर है। हालांकि अब्दुल्ला की मौत के 5 दिन बाद सलमान खान के पिता सलीम खान ने उनकी मौत से जुड़ा राज खोला है।
Asianet News Hindi | Published : Apr 2, 2020 12:21 PM IST / Updated: Apr 03 2020, 12:16 PM IST
सलीम के मुताबिक, 'अब्दुल्ला को डायबिटीज था, जिसके चलते उनकी तबीयत लगातार खराब रहती थी। यहां तक कि उन पर दवाइयों ने भी असर करना बंद कर दिया था। इसी के चलते उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया और उनकी मौत हो गई।
सलीम खान के मुताबिक, 6 महीने पहले अब्दुल्ला गंभीर एक्सीडेंट भी हुआ था। दरअसल, वह कार से इंदौर से मुंबई आ रहे थे। इस दौरान वो एक जगह गाड़ी खड़ी कर टायर बदलवा रहे थे तभी एक ट्रक ने पीछे से उन्हें टक्कर मार दी थी।
इसके बाद उन्होंने मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि कुछ दिनों बाद वह ठीक हो गए थे लेकिन उसके बाद से ही उनकी सेहत में लगातार गिरावट आती गई।
अब्दुल्ला की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए डॉक्टर्स ने पहले ही कह दिया था कि उनके जिंदा रहने के चांस बेहद कम हैं। बता दें कि अब्दुल्ला अपने मां-बाप की इकलौती संतान थे।'
अब्दुल्लाह की मौत से सलमान खान बेहद दुखी थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी शोक जताया था। सलमान ने अब्दुल्लाह के साथ अपनी फोटो शेयर करते हुए लिखा था-'तुम हमेशा याद आओगे'।
बता दें कि अब्दुल्लाह सलमान की बुआ के पोते हैं। उनकी उम्र 38 साल थी। वह बॉडी बिल्डर थे और कामकाज के सिलसिले में मुंबई आते-जाते रहते थे।
अब्दुल्लाह का अंतिम संस्कार इंदौर में किया गया। हालांकि लॉकडाउन के चलते खान परिवार इंदौर नहीं पहुंच पाया। बाद में अब्दुल्ला की फैमिली से मुलाकात करेगा।
बात की जाए अब्दुल्लाह और सलमान खान की बॉन्डिंग की तो दोनों एक दूसरे पर अपनी जान छिड़कते थे। सलमान भतीजे को खोने का गम बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और वे अपने आंसू नहीं रोक पा रहे हैं।
अब्दुल्लाह चाचा सलमान के इतना ज्यादा करीब था कि उनके एक फोन कॉल पर अपना सारा काम छोड़कर दौड़ा चला आता था।
अब्दुल्लाह काफी फिटनेस फ्रीक थे और उनका वजन तकरीबन 122 किलो के आसपास था। वे खुद फिट रखते थे, वहीं अपने आसपास के लोगों को भी फिट रहने की सलाह देते रहे है।