त्रिशाला कहती हैं कि उन्होंने उन पर भरोसा किया, उनकी केयर की और उनके दिल की भी बहुत अच्छी केयर की। उन्हें आदर दिया, कभी जज नहीं किया, अपने परिवार में शामिल किया और कभी उनका साथ नहीं छोड़ा, कभी गुस्सा होकर सोने नहीं जाने दिया और कभी सोचने का मौका नहीं दिया कि उनके जीवन में उनकी क्या अहमियत है। त्रिशाला अपनी बात खत्म करते हुए लिखती हैं कि वो उन्हें कभी भुला नहीं पाएंगी। उनके बिना वो अधूरी हैं फिर भी वह खुद को हमेशा सबसे लकी लड़की मानती हैं, क्योंकि वो उनकी थीं और वो उनके।