Published : Nov 10, 2021, 10:51 AM ISTUpdated : Nov 12, 2021, 04:21 PM IST
मुंबई. रिश्ते में अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की मौसी सास लगने वाली एक्ट्रेस सिंपल कपाड़िया (Simple Kapadia) बॉलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रेस रही हैं। कई फिल्मों के काम करने के बाद उन्होंने फैशन डिजाइन में करियर बनाने की सोची और इस फील्ड में भी सफल रहीं, लेकिन 2009 में कैंसर के चलते उनकी डेथ हो गई थी। बता दें कि 18 साल की उम्र में सिंपल ने बतौर एक्ट्रेस अपना एक्टिंग करियर 1977 में फिल्म अनुरोध से किया था, जिसमें उनके जीजा को-स्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) थे। रिपोर्टस की मानें तो सिंपल कपाड़िया जिस एक्टर से प्यार करती थी वो उनके जीजा को बिल्कुल भी पसंद नहीं था। नीचे पढ़ें आखिर क्यों सिंपल कपाड़िया के जीजा उनकी मोहब्बत के बीच विलेन बनकर खड़े हो गए थे...
सिंपल से जुड़ा एक किस्सा आपको बताते हैं, जब वे हिंदी फिल्मों के विलेन रंजीत की दीवानी हो गईं थीं। सिंपल, रंजीत की हर अदा पर फिदा थीं। उनके हेयर स्टाइल से लेकर उनका अंदाज सिंपल क्रेजी बना देता था, लेकिन यही बात सिंपल के जीजा यानि राजेश खन्ना को पसंद नहीं आ रही थी।
29
राजेश खन्ना, रंजीत को पसंद नहीं करते थे। इसकी वजह थी रंजीत की विलेन वाली छवि जो उनके दिलोदिमाग पर हावी हो गई थी और इसीलिए सिंपल के साथ रंजीत की नजदीकी उन्हें रास नहीं आ रही थी।
39
राजेश खन्ना काफी वक्त तक उस गुबार को अंदर दबाए रहे, लेकिन सिंपल और रंजीत के अफेयर के चर्चों ने उनके गुस्से को हवा दे दी। जानकारों की मानें तो राजेश खन्ना इसकी वजह से सिंपल से खूब नाराज थे और उन्हें डांटा भी था। लेकिन सिंपल पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
49
फिल्म छैला बाबू की शूटिंग के दौरान सिंपल की वजह से राजेश खन्ना और रंजीत के बीच खूब तल्खी देखने को मिली। दोनों के बीच खूब बहस भी हुई। इतना ही नहीं राजेश, रंजीत को मारने तक दौड़ पड़े थे।
59
जीजा राजेश खन्ना के खौफ से सिंपल और रंजीत के अफेयर के चर्चे बंद हो गए। वहीं दूसरी तरफ सिंपल कपाड़िया की फिल्में भी कुछ खास नहीं चल रहीं थीं और फिर 1987 में उन्होंने फिल्मों को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
69
फिल्मी करियर को छोड़कर सिंपल ने फैशन डिजाइनर बनने का फैसला किया। उनके क्लाइंट्स में तब्बू, अमृता सिंह, श्रीदेवी और प्रियंका चोपड़ा जैसी एक्ट्रेसेस शामिल थीं। 1994 में फिल्म 'रुदाली' के लिए सिंपल ने बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर का नेशनल अवॉर्ड भी जीता था।
79
सिंपल कपाड़िया ने कई फिल्मों के लिए ड्रेस डिजाइनिंग की जिसमें शहजादे (1989), अजूबा (1991), डर (1993), रुदाली (1993), बरसात (1995), घातक (1996), चाची 420 (1998), जब प्यार किसी से होता है (1998), कसम (2001), सोचा ना था (2005) शामिल हैं।
89
2006 में पता चला कि सिंपल को कैंसर है। बीमारी और इलाज के बीच भी वो फिल्मों में काम करती रहीं। लेकिन 10 नवंबर, 2009 को मुंबई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। उस वक्त सिंपल 51 साल की थीं। उनका एक बेटा है करण कपाड़िया, जिसे मौसी डिंपल कपाड़िया ने पाल पोसकर बड़ा किया।
99
सिंपल कपाड़िया ने अपने 10 साल के फिल्मी करियर में लूटमार, शाका, परख, दूल्हा बिकता नहीं, हम रहे ना हम, प्यार के दो पल सहित कई फिल्मों में काम किया। हालांकि, वे इंडस्ट्री में बतौर एक्ट्रेस अपने नाम बनाने में सफल नहीं रही।