स्वरा भास्कर ने एक लंबी पोस्ट लिख प्रवासी मजदूरों की समस्या पर रोशनी भी डाली है और अपनी इस मुहिम के बारे में भी बताया है। स्वरा कहती हैं, 'प्रवासी मजदूरों का ये पलायन काफी दुख देता है। लाखों मजदूरों ने पैदल ही कई किलोमीटर की यात्रा तय की है। कई बार इनके पास जूते-चप्पल भी नहीं होते। ये ऐसी सच्चाई है जिससे बचा नहीं जा सकता।'