शादीशुदा नाना अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहते थे, जबकि मनीषा को दूसरी पत्नी बनना कबूल नहीं था। इसके बाद इनका रिश्ता टूट गया। इस घटना के बाद नाना और मनीषा अपनी जिंदगी में बढ़ गए। हालांकि, मनीषा के दूर जाने का दर्द नाना भूला नहीं पाए और इसी को लेकर कई बार अपना दर्द भी बयां किया।