बता दें कि सलीम खान पहले स्क्रिप्ट राइटर नहीं बल्कि एक्टर बनना चाहते थे। इसीलिए वो इंदौर से मुंबई आए थे। शुरुआत में उन्हें छोटे-मोटे रोल भी मिले। उन्होंने करीब 14 फिल्मों में कैमियो रोल किए, लेकिन बतौर एक्टर कुछ खास नहीं कर पाए। बतौर एक्टर वो 'तीसरी मंजिल' (1966) और 'सरहदी लुटेरा', 'दीवाना' (1967) और 'वफादार' (1977) जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं।