बीजापुर, छत्तीसगढ़. ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवाओं का आज भी बुरा हाल है। दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवा मिलना सपने देखने जैसा है। वहीं, सरकारी अस्पतालों की हालत भी बुरी है। न इलाज का इंतजाम है और न ही स्टाफ ठीक। यह तस्वीर यही कहानी कहती है। यह मामला 13 जुलाई का है। लेकिन तस्वीर सोशल मीडिया पर अब वायरल हुई है। बीजापुर जिले के मिनकापल्ली निवासी हरीश यालम की पत्नी लक्ष्मी को प्रसव पीड़ा होने पर 4 लोग बर्तन में बैठाकर चिंतावागु नदी पार कराकर पहले गोरला लाया गया। वहां से भोपालपट्टनम हॉस्पिटल लेकर आए। लेकिन समय पर उपचार नहीं मिलने पर बच्चे ने गर्भ में ही दम तोड़ दिया। इस मामले की शिकायत की गई है। गर्भवती इन दिनों अपने मायके मीनुर में थी। परिजनों का कहना है कि नर्स ने समय पर प्रसव नहीं कराया। इससे बच्चे की जान चली गई। आगे पढ़िए इसी खबर के बारे में...