पहली तस्वीर कोरबा के 12 वर्षीय अरुण की है। उसे परिजनों के अंधविश्वास के चलते अपनी जान गंवानी पड़ी। आकाशीय बिजली गिरने से घायल बच्चे को परिजनों ने गोबर का लेप लगाकर लिटाए रखा। लेकिन जब उसे होश नहीं आया...तब उसे हॉस्पिटल लेकर भागे थे। बच्चा 7वीं क्लास में था।
तीसरी तस्वीर(नीचे) छत्तीसगढ़ के ही जशपुर की है। जिले के फरसाबहार के एक गांव में बिजली गिरने से तीन लोग घायल हो गए थे। इनमें 20 वर्षीय चंपा राउत की हालत ज्यादा खराब थी। परिजन उसे घंटों गोबर में गाड़कर लिटाए रहे। बाद में हॉस्पिटल ले गए। यह घटना जून में सामन आई थी।
दूसरी तस्वीर छत्तीसगढ़ के ही अंबिकापुर जिले के रघुनाथपुर के एक गांव की है। यह मामला कुछ समय पहले सामने आया था। 12 वर्षीय अंजनी छुट्टियों में अपनी बुआ के घर आई थी। तभी बगीचे मे खेलते समय आकाशीय बिजली उसके ऊपर गिर पड़ी थी। परिजनों ने उसे गोबर में गाड़ दिया। लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। आगे देखिए आकाशीय बिजली गिरने की कुछ तस्वीरें...