मां-बाप इकलौते बेटे की कर रहे थे शादी की तैयारी, अब बारात की जगह पिता कंधे पर निकालेगा सपूत की अर्थी

कांकेर (छत्तीसगढ़). लद्दाख की गलवान घाटी  में सोमवार देर रात भारतीय सेना के साथ चीन के सैनिकों की झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इन शहीदों में छत्तीसगढ़ के 27 साल के जवान गणेश कुंजाम का नाम भी शामिल है। जिसने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए
 

Asianet News Hindi | Published : Jun 17, 2020 11:19 AM IST / Updated: Jun 17 2020, 05:03 PM IST

14
मां-बाप इकलौते बेटे की कर रहे थे शादी की तैयारी, अब बारात की जगह पिता कंधे पर निकालेगा सपूत की अर्थी

दरअसल, इंडियन आर्मी के जवान गणेश कुंजाम ने मंगलवार की रात आर्मी अस्पताल में इलाज के दौरान आखरी सांसें लीं। बता दें कि शहीद कांकेर जिले के कुरुटोला गांव का रहने वाला था। जवान शहीद गणेश को साल 2011 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और एक महीने पहले ही उनको भारत-चीन सीमा पर पोस्टिंग मिली थी।

24

 जवान के चाचा तिहारूराम ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि करीब एक महीने पहले आखिरी बार गणेश से बात हुई थी। तब उसने बताया था कि उसकी पोस्टिंग चीन बॉर्डर पर हो गई है। वह एक-दो महीने बाद घर आएगा।
 

34

जवान के शहादत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घरवालों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे है, शहीद परिवार का इकलौता बेटा था। गांव में मातम पसरा हुआ है। गणेश कुंजाम की मां का रो-रोकर बुरा हाल है

44


जानकारी के मुताबिक, जब पिछली बार गणेश घर आया था तो उसकी शादी तय कर दी थी। घरवाले शादी की तैयारी भी कर रहे थे। लेकिन कोरोना वायरस चलते तारीख तय नहीं हो सकी थी। जवान अपनी शादी के लिए उत्साहित थे, लेकिन उससे पहले वह शहीद हो गया।

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos