पहली तस्वीर अमृतसर से अपने गांव छत्तीसगढ़ के लिए निकली महिला की है। मासूम बच्ची को गोद में लेकर आ रही महिला ने कहा कि उसे नहीं मालूम था कि जिंदगी ऐसे दिन भी दिखाएगी। न खाने के ठिकाने और न रहने के। घर के लिए निकले, तो पता नहीं, कब पहुंचेंगे। दूसरी तस्वीर भोपाल की कौशल्या पाटिल की है। यह तस्वीर न्यूज एजेंसी ANI के जरिये सामने आई है। कौशल्या ने अपना मंगलसूत्र बेचने के बाद दु:खी होकर कहा कि कोरोना वायरस से नहीं, तो भूख से हम लोग मर जाएंगे। कौशल्या विधानसभा सचिवालय से कुछ ही मीटर पर स्थित एक झुग्गी बस्ती में रहती हैं। आगे देखिए प्रवासी मजदूरों से जुड़ीं कुछ अन्य तस्वीरें