7 महीने से 'कैदी' की तरह जिंदगी गुजार रही प्रेमिका ने कहा, कोई तो इस नर्क से मुक्ति दिला दो...
धमतरी. यह हैं छत्तीसगढ़ के धमतरी के रहने वाले 33 वर्षीय मोहम्मद इब्राहिम सिद्धीकी और 23 साल की अंजलि जैन। इस प्रेमी जोड़े ने 25 फरवरी, 2018 को रायपुर के आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। यह शादी होते ही बवाल मच गया था। मामला अब तक ठंडा नहीं पड़ा है। शादी के बावजूद अंजलि को अपने पति से दूर रहना पड़ रहा है। केस सुप्रीम कोर्ट में उलझा हुआ है। शुरुआत में तो इस शादी के विरोध और पक्ष में कई धरना-प्रदर्शन हुए। शहर मे तनाव पैदा हुआ और बाजार तक बंद कराए गए। हालांकि यह सब तो बंद हो चुका है, लेकिन कपल के बीच अब भी समाज की दीवार खड़ी हुई है। पिछले 7 महीने से अंजलि रायपुर के सरकारी सखी सेंटर में रह रही है। अंजलि इस जिंदगी को अपने लिए किसी नर्क से कम नहीं मानती। वो मायूस होकर कहती है कि वो इस नर्क से मुक्ति पाना चाहती है। उसने इब्राहिम से प्रेम किया है। अब वो उसी के साथ रहना चाहती है। अंजलि ने अपने पिता पर विवाद खड़ा करने का आरोप लगाया।
Asianet News Hindi | Published : Oct 24, 2019 7:15 AM IST / Updated: Oct 24 2019, 12:49 PM IST
अंजलि की नाराजगी के इतर उसके पिता अशोक जैन इसे लव जिहाद का मामला बताते हैं। अशोक जैन कहते हैं कि वे इस शादी को कतई स्वीकार नहीं करेंगे। अंजलि के पिता लगातार धार्मिक संगठनों से इस शादी को खारिज कराने मदद मांग रहे हैं। वे राजनीतिकस्तर पर भी अपने संपर्क कर रहे हैं।
अंजलि के पिता आरोप लगाते हैं कि इस मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है। उसने अंजलि को बंदूक की नोक पर घर से उठाया था। अब उनकी बेटी से किसी को मिलने तक नहीं दिया जा रहा। धमतरी के एसपी बालाजीराव सोमावार कहते हैं कि अंजलि को रेस्क्यू किया गया था। उसने खुद अपने पिता के खिलाफ जबर्दस्ती बंधक बनाकर रखे जाने की शिकायत की थी। अंजलि बालिग है। वो अपने फैसले खुद ले सकती है। उल्लेखनीय है कि इस मामले को लेकर धरने-प्रदर्शन तक हो चुके हैं।
अंजलि के प्रेमी(अब पति) इब्राहिम मामले को तूल दिए जाने के बाद से डरे हुए हैं। वे कहते हैं कि शादी की खबर लगते ही अंजलि को घर में कैद कर लिया गया था। उसे अंजलि के पास तक नहीं फटकने दिया गया। तब उसने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी।
एक मीडिया हाउस से चर्चा करते हुए अंजलि भी कहती है कि शादी के बाद उसे घर में बंद करके रखा गया। उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उसे कुछ ऐसी दवाइयां दी गईं, जिससे उसकी सेहत बिगड़ने लगी। तब उसने किसी तरह डीजीपी का नंबर प्राप्त किया और उनसे मदद मांगी।
इब्राहिम का दावा है कि पिछले साल 25 फरवरी को शादी से पहले ही उसने हिंदू धर्म अपना लिया था। अब उसे आर्यन आर्य के नाम से जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में अंजलि का सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया था। वहां उसने अपने परिजनों के साथ रहने की इच्छा जताई थी। लेकिन बाद में उसने परिजनों पर प्रताड़ना का आरोप लगा दिया। इसके बाद उसे सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया।