नई दिल्ली. साल 1998 में आज के दिन ही सचिन तेंदुलकर ने 143 रनों की शानदार पारी खेली थी और शेन वार्न के छक्के छुड़ा दिए थे। हालांकि सचिन के 143 रनों के बावजूद भारत यह मैच हार गया था। हार के बाद भी भारत इस मैच में अंत तक लड़ा था और उसका रन रेट न्यूजीलैंड से बेहतर था। इस आधार पर भारत को कोला के फाइनल मैच में जगह मिली और टीम इंडिया ने खिताब अपने नाम किया था। सचिन ने इसके अलावा भी कई बड़े शतक लगाए हैं और अपनी टीम को जीत दिलाई है, पर यह शतक कई मायनों में खास था। इस मैच में भारत के लिए सचिन के अलावा दूसरा कोई बल्लेबाज नहीं चला था। सचिन के बाद नयन मोंगिया ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 35 रनों की पारी खेली थी।
ICC ने भी सचिन को इस पारी के लिए शुभकामनाएं दी हैं। इस मैच में शेन वार्न जैसे गेंदबाज सचिन के सामने बेबस नजर आए थे।
210
इस मैच के बीच में रेतीला तूफान भी आया था और इस वजह से थोड़ी देर के लिए मैच रुका था।
310
रेतीला तूफान रुकने के बाद सचिन का तूफान आया पर यह तूफान भी भारत को मैच नहीं जिता सका।
410
इस मैच में भारत को 46 ओवर में 276 रनों का लक्ष्य मिला था, पर भारत 250 रन ही बना पाया था।
510
हार के बाद भी भारत ने कोला कप के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया था, क्योंकि उसका नेट रन रेट न्यूजीलैंड से बेहतर था।
610
इसके बाद फाइनल में भी भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया और खिताब अपने नाम किया था।
710
ऑस्ट्रेलिया के माइकल वेबन ने इस मैच में 101 रनों की नाबाद पारी खेली थी और अपनी टीम के स्कोर को 284 तक ले गए थे।
810
सचिन ने इस मैच में शेन वार्न की जमकर पिटाई की थी। इस मैच में उन्हें कोई विकेट भी नहीं मिला था।
910
ऑस्ट्रेलिया के मार्क वॉ ने इस मैच में 81 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी।
1010
रेत के तूफान के बीच लगाया गया यह शतक सचिन की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक है। भले ही सचिन टीम को यह मैच नहीं जिता पाए थे, पर भारत को फाइनल में पहुंचाने में उनका पूरा योगदान था।