जन्मदिन पर खास: कभी मैगी खाकर भरते थे पेट, देखें हार्दिक पांड्या के बचपन की 5 तस्वीरें
टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या शुक्रवार को अपना 26वां जन्मदिन मना रहे हैं। गुजरात के ऑलराउंडर को आईपीएल से पहचान मिली। हार्दिक पांड्या टीम इंडिया के प्रमुख और विश्व के सक्रिय सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स की लिस्ट में शामिल हैं। हार्दिक पांड्या ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करके सफलता का मुकाम हासिल किया है। पैसों की तंगी के चलते हार्दिक को काफी संघर्ष भी करना पड़ा। ऑलराउंडर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि आर्थिक स्थिति सही नहीं होने की वजह से उन्होंने ऐसे भी दिन देखे जब नाश्ता और डिनर में सिर्फ मैगी खाकर रहना पड़ा। साथ ही ट्रक में बैठकर क्रिकेट के मैदान तक जाना पड़ा था।
Asianet News Hindi | Published : Oct 11, 2019 7:09 AM IST / Updated: Oct 11 2019, 12:48 PM IST
हार्दिक के पिता हिमांशु पांड्या गुजरात के सूरत में फाइनेंस का व्यापार करते थे। उन्हें 1998 में इसे बंद करना पड़ा और पूरा परिवार फिर वडोदरा चला गया।
हार्दिक के पास क्रिकेट किट खरीदने के पैसे भी नहीं थे। अभ्यास में वह अपने साथियों से किट मांगकर बल्लेबाजी करते थे। हार्दिक का इतना कड़ा संघर्ष सफल हुआ और आईपीएल में उनका चयन हुआ।
हार्दिक के पिता हिमांशु पांड्या क्रिकेट के बहुत बड़े दीवाने हैं और वह अपने दोनों बेटों (हार्दिक व क्रुणाल) को मैच दिखाने के लिए ले जाते थे। यहीं से हार्दिक और क्रुणाल को क्रिकेटर बनने की प्रेरणा मिली।
घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बावजूद भी हिमांशु ने अपने बेटों को वडोदरा में किरण मोरे एकेडमी में भेजा, जहां से हार्दिक के क्रिकेटर बनने की यात्रा शुरू हुई।
हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम के लिए 11 टेस्ट, 54 वन डे और 40 T-20 मैच खेलें हैं।