मुंबई. CAA और NRC के खिलाफ पिछले कई दिनों से चल रहे प्रदर्शनों की आंच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे क्रिकेट मैच तक पहुंच गई। कई युवा इस मैच में नो CAA और नो NRC की जर्सी पहनकर मैदान में मैच देखने पहुंचे। हालांकि इनमे से किसी भी प्रदर्शनकारी ने मैदान का माहौल खराब करने की कोशिश नहीं की और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते रहे। यह पहला मौका नहीं था जब मैच के दौरान विरोध प्रदर्शन किया गया हो। इससे पहले भी वर्ल्डकप मैचों में एक रहस्यमयी प्लेन जस्टिस फॉर कश्मीर और जस्टिस फॉर बलुचिस्तान के बैनर लेकर स्टेडियम के ऊपर से गुजरा था।
भारत सरकार के नए नागरिकता कानून का विरोध तभी से शुरू हो गया था, जब सरकार संसद में एक बिल लाकर इस कानून में बदलाव का प्रस्ताव लाई थी।
210
पिछले कई दिनों से भारत में लगातार नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। इनमें से कई प्रदर्शनों में हिंसा भी हुई है, जिससे सरकारी संपत्ति को खासा नुकसान हुआ है।
310
भारत में हिंसक प्रदर्शनों के चलते पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ियों ने भारत को क्रिकेट के लिए असुरक्षित देश बताया था। ऐसे प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
410
भारत में विपक्ष की सभी पार्टियां इस नए कानून का विरोध कर रही हैं। हालांकि हर पार्टी के विरोध अपना तर्क है।
510
देश में CAA के समर्थन में भी कई प्रदर्शन हुए हैं। इन प्रदर्शनों में भी कई प्रदर्शन हिंसक रहे हैं।
610
भारत के कई दिग्गज खिलाड़ियों ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा बंद करने की अपील की है।
710
CAA के विरोध से शुरु हुआ यह प्रदर्शन अब NRC और NPR के विरोध तक पहुंच चुका है।
810
नए नागरिकता कानून का विरोध करने वाले लोग उसे भारतीय संविधान के खिलाफ बता रहे हैं।
910
सरकार के अनुसार CAA नागरिकता देने का कानून है और इसमें कहीं भी किसी की नागरिकता छीनने की बात नहीं है।
1010
विपक्ष के नेता CAA, NRC और NPR को साथ जोड़कर देख रहे हैं और इसका विरोध कर रहे हैं, जबकि सरकार कहना है कि इन तीनों चीजों को अलग-अलग देखा जाना चाहिए।