जब रिंकू के पिता को पता चला कि वह क्रिकेट खेल रहे हैं तो उन्होंने जमकर रिंकू की पिटाई लगाई और उन्हें क्रिकेट खेलने से मना किया। लेकिन रिंकू कहां मानने वाले थे। उन्होंने 2012 में दिल्ली की तरफ से एक टूर्नामेंट में भाग लिया और मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी जीता। इस सीरीज को जीतने के बाद जब उन्हें बाइक मिली, तो उन्होंने यह बाइक अपने पिता को दी। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें पीटना बंद कर दिया और खेलने पर रोक लगाना भी बंद कर दिया।