एक तरफ इशांत के दिल में प्रतिमा के लिए लड्डू फूटने लगे थे, तो वहीं, प्रतिमा देखते से ही उन्हें घमंडी समझने लगी थी। दरअसल, एक इंटव्यू के दौरान इशांत ने बताया था, कि 'शुरू में प्रतिमा मुझे बिल्कुल पसंद नहीं करती थी। उन्हें लगता था कि दोनों ही देश को रिप्रजेंट करते हैं, तो क्रिकेटर्स को ही ज्यादा फेम क्यों मिलता है। लेकिन जब हम दोनों में बातचीत बड़ी तो उन्हें समझ आया कि मैं इतना घमंडी नहीं हूं।'