IPL में धोनी के गेंदबाजों को पीटकर चमका था यह खिलाड़ी, अब गुमनामी में यहां कर रहे हैं नौकरी
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिनमें स्टार बनने की काबिलियत थी, पर किसी न किसी कारण से ये खिलाड़ी अपनी काबिलियत के अनुसार नाम नहीं कमा सके। आज ऐसे ही कई खिलाड़ी गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। इनमें से ही एक हैं पॉल वल्थाटी IPL में चेन्नई के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर वल्थाटी चर्चा में आए थे। इसी सीजन में बाकी के मैचों में भी उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा, पर इसके बाद वो चोटिल हो गए और उनका करियर सिमट कर रह गया। अब वल्थाटी एयर इंडिया के लिए नौकरी करने पर मजबूर हैं।
Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2020 2:41 PM IST / Updated: Jan 31 2020, 08:29 PM IST
उन्होंने 23 IPL मैचों में 22.95 के औसत से 505 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 2 अर्धशतक भी लगाए हैं।
गेंदबाजी करते हुए भी उन्होंने 8.15 की इकॉनमी से रन खर्चे हैं और 7 विकेट निकाले हैं। 29 रन देकर 4 विकेट उनका सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा है।
वल्थाटी ने IPL के दूसरे सीजन में भी राजस्थान रॉयल्स के लिए 2 मैच खेले थे, पर कुछ खास नहीं कर सके थे।
2002 U-19 वर्ल्डकप में भी वो इरफान पठान और पार्थिव पटेल के साथ खेले थे, पर आंख में चोट लगने के कारण वो उस समय ज्यादा मैच नहीं खेल सके।
पॉल वल्थाटी ने अपना पहला फर्स्ट क्लास मैच IPL में शतक लगाने के बाद खेला था। 2011-12 सीजन में उन्होंने हिमांचल प्रदेश के लिए डेब्यू किया था।
उनका फर्स्ट क्लास करियर भी ज्यादा लंबा नहीं चला। सिर्फ 5 मैचों के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया और दूसरा मौका नहीं मिला।
2014 में वल्थाटी को कई खरीददार नहीं मिला और उनका IPL करियर भी यहीं खत्म हो गया।
IPL से बाहर होने के बाद उन्होंने AIR INDIA के लिए 3 मैच खेले, पर किसी भी मैच में कुछ खास नहीं कर सके। इसी के साथ उनका क्रिकेट करियर लगभग खत्म हो गया।
अपने 5 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 20 के औसत से 120 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 56 रन रहा है।
4 लिस्ट मैचों में उन्होंने कुल 74 रन ही बनाए हैं। उनका औसत भी सिर्फ 18.50 का था, जिसके बाद उन्हें ज्यादा मैच नहीं मिले और यह सितारा महज एक रात चमककर खत्म हो गया।