BCCI की कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट पर उठ रहे सवाल, इन 5 खिलाड़ियों के साथ हुआ अन्याय
नई दिल्ली. BCCI ने गुरुवार को सितंबर 2020 तक के लिए खिलाड़ियों के साथ अपनी कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कुल 4 कैटेगरी हैं, जिसमें 27 खिलाड़ी शामिल हैं। पूर्व भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सहित कुल 4 खिलाड़ियों को इस सूची से बाहर कर दिया गया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड की कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट पर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं। विकेटकीपर ऋषभ पंत को A ग्रेड में शामिल किया गया है, जबकि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को B ग्रेड का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। इसके अलावा भी BCCI के कई अन्य फैसलों पर सवाल उठ रहे हैं। हम आपको ऐसे ही पांच खिलाड़ियों के नाम बता रहे हैं जो अपने मौजूदा ग्रेड से बेहतर कैटेगरी के हकदार हैं।
टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर भले ही लंबे समय से चोटिल हैं और भारत के लिए मैच नहीं खेल पाए हैं, पर उससे पहले उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। हार्दिक ने गेंद और बल्ले दोनों के साथ अपनी उपयोगिता साबित की है। भारत के अंदर और विदेशों में भी हार्दिक ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद हार्दिक को B ग्रेड का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। इसके तहत उन्हें हर साल 3 करोड़ रुपये मिलेगें। हार्दिक निश्चित रूप से A ग्रेड के कॉन्ट्रैक्ट के हकदार थे।
भारतीय पिचों पर कुलचा ने कई मैचों में अपने दम पर भारत को जीत दिलाई है। कुलचा से मतलब कुलदीप यादव और यजुवेन्द्र चहल की जोड़ी से है। चहल चिन्नास्वामी जैसे छोटे मैदानों पर भी भारत के लिए विकेट टेकर साबित हुए हैं। इसके अलावा विराट को बीच ओवरों में जब भी विकेट निकालने होते हैं उन्हें चतुर चालाक चहल की ही याद आती है। हालांकि अभी तक उन्हें टेस्ट क्रिकेट में मौका नहीं मिला है, पर वनडे और T-20 में उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें A ग्रेड का कॉन्ट्रैक्ट दिया जा सकता था।
चौथे नंबर की समस्या भारतीय टीम के लिए आज की नहीं है। 2011 वर्ल्डकप के बाद से भारत लगातार चौथे नंबर के लिए सही दावेदार की खोज में लगा हुआ है। इसके लिए रोहित शर्मा से लेकर अजिंक्य रहाणे और अंबाती रायडू तक सभी को आजमाया गया, पर कोई नतीजा नहीं मिला। इसके बाद श्रेयस अय्यर को मौका दिया गया और अय्यर लगातार चौथे नंबर पर अच्छी पारियां खेल रहे हैं। इन सब बातों के बावजूद उन्हें C ग्रेड का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। अय्यर सही मायने में B या A ग्रेड के हकदार थे।
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भारतीय पेस अटैक की अहम कड़ी हैं। T-20 से लेकर टेस्ट क्रिकेट तक शमी हर फॉर्मेट में भारत के लिए चैंपियन खिलाड़ी हैं। नई गेंद हो या पुरानी गेंद, भारत की पिच हो या विदेशी मैदान हों हर जगह शमी ने भारत के लिए विकेट निकाले हैं। 2019 में शमी वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी थे। इसके बाद भी उन्हें A+ ग्रेड नहीं दिया गया है। शमी का प्रदर्शन किसी हाल में बुमराह से कम नहीं था पर उन्हें A ग्रेड में ही रखा गया है।
चेतेश्वर पुजारा भारत की नई दीवार के रूप में जाने जाते हैं। टेस्ट क्रिकेट में पुजारा ने हर जगह शानदार प्रदर्शन किया है। कई मौकों पर पुजारा ने अंत तक भारत के लिए बल्लेबाजी की है और तीसरे नंबर पर उतरने के बाद नाबाद लौटे हैं। पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में लगातार रन बनाए हैं और हर देश में जाकर स्कोर किया है। इस शानदार प्रदर्शन के बाद भी पुजारा को A+ ग्रेड में नहीं रखा गया है। पुजारा हर हाल में इस ग्रेड के अधिकारी थे।