अभी भी खानाबदोशों की तरह जी रहा है टीम इंडिया की इस क्रिकेटर का परिवार, पिता की स्टेडियम में ही हो गई थी मौत
नई दिल्ली. टीम इंडिया की स्टार स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ भले ही ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कमाल कर रही हों, पर निजी जीवन में उनका संघर्ष अभी भी जारी है। राजेश्वरी का परिवार आज भी खानाबदोशों की तरह जीवन व्यतीत कर रहा है। उनके पास रहने के लिए खुद का घर भी नहीं है। आज भी अगर उनके कुछ फैन मिलने के लिए घर में पहुंच जाएं तो उन्हें बैठाने के लिए जगह नहीं है। किराए के मकान में रहने वाले राजेश्वरी के परिवार को कभी भी घर बदलना पड़ता है। उनके परिवार में कुल 5 बहने हैं, जिसमें वो खुद दूसरे नंबर पर हैं। पूरे परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी अकेले इस खिलाड़ी पर ही है, पर राजेश्वरी मैदान के बाहर भी सभी चुनौतियों से बखूबी निपट रही हैं।
साल 2014 में ही राजेश्वरी ने अपने पिता को खो दिया था। वो वेस्टइंडीज और भारत का मैच देखने के लिए बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में पहुंचे थे। यहां मैच के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उनकी मौत हो गई थी।
राजेश्वरी की मां को अपनी बेटी पर गर्व है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी देश के लिए खेल रही है यह मेरे लिए गर्व की बात है, पर अभी भी हमारा जीवन खानाबदोशों जैसा है। हम रहने के लिए एक घर से दूसरे घर तक भटकते रहते हैं।
फाइनल मैच में भी सभी को इस गेंदबाज से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
राजेश्वरी स्पिन गेंदबाज होने के बावजूद डेथ ओवरों में शानदार गेंदबाजी करती हैं।
राजेश्वरी की यॉर्कर गेंदों का जवाब किसी भी बल्लेबाज के पास नहीं होता है।
राजेश्वरी गायकवाड़ बीच के ओवरों में धीमी गति से गेंदबाजी करती हैं और उनकी टर्न लेती गेंदों में अक्सर विरोधी बल्लेबाज फंस जाते हैं।
राजेश्वरी ने भारत के लिए खेले एकमात्र टेस्ट में 5 विकेट झटके थे। इस दौरान उन्होंने एक पारी में 4 विकेट लेने का कारनामा भी किया था।
उन्होंने भारत के लिए 40 वनडे मैचों में 67 विकेट झटके हैं।
27 T-20 मैचों में गायकवाड़ ने 35 विकेट निकाले हैं।
फाइनल मैच में भी गायकवाड़ की गेंदबाजी काफी अहम होगी।