नई दिल्ली. भारत में खिलाड़ियों को स्टार का दर्जा मिलने में जरा भी देर नहीं लगती। बड़े प्लेटफॉर्म पर एक अच्छा मैच और आप रातों रात स्टार खिलाड़ी बन जाते हैं। भारत में ऐसे बहुत से खिलाड़ी रहे हैं जो एक मौके पर अच्छा प्रदर्शन कर के अचानक गायब हो गए। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं ऋषिकेश कानिटकर। भारत के लिए महज 2 टेस्ट खेलने वाले इस खिलाड़ी ने कभी भी अपने दम पर मैच नहीं पलटा, पर पाकिस्तान के खिलाफ इनके चौके को आज भी याद किया जाता है। बांग्लादेश की आजादी के 25 साल पूरे होने पर सिल्वर जुबली इंडिपेंडेंस कप खेला गया। इस टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल में पहुंची। फाइनल जीतने के लिए मैच की आखिरी 2 गेंदों में भारत को 3 रन चाहिए थे। कानिटकर ने चौका लगाकर भारत को विजेता बना दिया। इस चौके के लिए कानिटकर को आज भी याद किया जाता है।