उन्होंने पूर्व भारतीय कोच डंकन फ्लेचर को भी श्रेय दिया, जिन्हें बल्लेबाजी की अपार जानकारी है। कोहली ने कहा, ‘मैंने डंकन फ्लेचर के बातचीत के बाद ही अपने ‘स्टांस’ को बड़ा किया, जिन्हें खेल की बेहतरीन समझ है। उन्होंने मुझसे एक ही सवाल पूछा, ‘क्या मैं ‘फॉरवर्ड प्रेस’ और चौड़े ‘स्टांस’ से शार्ट बॉल को खेल पाऊंगा, तो मैंने कहा, मैं कर सकता हूं।’
शास्त्री के साथ दिलचस्प बातचीत के बारे में कोहली ने हंसते हुए बताया, ‘रवि भाई ने मुझे पूछा कि क्या मैं शॉर्ट गेंद से डरता था। तो मैंने कहा कि मैं डरता नहीं हूं, मुझे चोट लगने से भी परेशानी नहीं है, लेकिन मैं आउट नहीं होना चाहता।’