BJP के हथियार से ही पटखनी देने की तैयारी में AAP, कुछ ऐसा है केजरीवाल का 'अंडरग्राउंड' कैंपेन
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी हफ्ते में पार्टियों की ओर से उनके अंतिम हथियार इस्तेमाल किए जाने लगे हैं। बीजेपी ने दिल्ली में कमल खिलाने के लिए भगवा ब्रिगेड की फौज को जंग में उतार दिया है। उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नजर बीजेपी के वोटबैंक पर भी नजर लगी हुई है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के वोटबैंक में सेंधामारी के लिए अंडरग्राउंड कैंपेन भी शुरू कर दिया है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 4, 2020 8:02 AM IST / Updated: Feb 04 2020, 02:12 PM IST
दिल्ली चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच एक-एक वोटर को साधने की कवायद हो रही है। बीजेपी डोर-टू-डोर कैंपेन के जरिए अपने तमाम दिग्गज को चुनाव प्रचार में लगा रखा है। इसमें विधायक,सांसद से लेकर मंत्री तक घर-घर जाकर बीजेपी को वोट देने की गुहार लगा रहे हैं। बीजेपी के डोर-टू-र कैंपेन के जवाब में लिए केजरीवाल ने अंडरग्राउंड कैंपेन शुरू किया है। केजरीवाल पिछले कई दिनों से इस कैम्पेन का माहौल बनाने लगे थे।
सूत्रों ने बताया कि आम आदमी पार्टी ने अपने अंडरग्राउंड कैंपेन के तहत हर विधानसभा सीट पर 5 हजार वफादार समर्थकों की लिस्ट तैयार की है। इन समर्थकों में से हर एक को बीजेपी के तीन समर्थकों को तोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके लिए आम आदमी पार्टी ने बीजेपी समर्थकों के बकायदा नाम, फोन नम्बर, पता, वोटर आईडी की जानकारी अपने समर्थकों को दी है।
केजरीवाल ने दिल्ली के हर विधानसभा से 15-15 हजार बीजेपी समर्थकों को तोड़ने का लक्ष्य रखा है। आम आदमी पार्टी के रणनीतिकारों की टीम इस लक्ष्य को साधने में जुट गई है। AAP समर्थक इसके अभियान को खामोशी के शुरू भी कर दिए हैं। इस काम को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व देख रहे हैं, जो हर एक कार्यकर्ताओं से सीधे बातकर उनके फीड बैक ले रहे हैं और हर रोज के अपडेट की जानकारी पता कर रहे हैं।
पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी के बयान पर अरविंद केजरीवाल का ट्वीट, यमुना की सफाई और टीवी प्रोग्राम में हनुमान चालीसा एपिसोड इसी रणनीति का हिस्सा है। अंदरूनी सूत्रों की मानें तो बीजेपी के सॉफ्ट हिन्दुत्व वाले वोट की वजह से ही केजरीवाल और मनीष सिसोदिया शाहीन बाग नहीं गए। केजरीवाल और मनीष शाहीन बाग पर किसी भी विवादित बयान से बचते आए हैं।
बीजेपी के सॉफ्ट वोट बैंक को तोड़ने के लिए ही पार्टी सोशल मीडिया पर ऐसा अभियान भी चलाती रही है कि बीजेपी के तमाम कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में आप को वोट देंगे। बाकायदा कई वीडियो भी शेयर किए गए। एक तरह से खुद केजरीवाल ने भी कई मौकों पर सार्वजनिक कहा है कि लोकसभा में मोदी को वोट दिया अब विधानसभा में आप को वोट दीजिए। आप विधानसभा चुनाव में इसी रणनीति के तहत पीएम मोदी पर अब तक सीधे-सीधे कुछ कहने से बची है।
दरअसल, बीजेपी ने शाहीन बाग को मुद्दा बनाने के बाद राजनीतिक समीकरण बदले हैं। बीजेपी ने अपने प्रचार को आक्रमक बना दिया हैं, जिससे उसकी सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। बीजेपी के 200 से ज्यादा सांसद और कई राज्यों के मुख्यमंत्री व पार्टी के तमाम नेता डेरा जमाए हुए हैं। इतना ही नहीं बीजेपी नेता घर-घर जाकर चाय पी रहे हैं और बीजेपी के लिए वोट मांग रहे हैं।
यही वजह है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल रोड शो के जरिए चुनाव प्रचार करने के साथ-साथ पार्टी नेताओं को अंदुरुनी बैठकें करने की दिशा में लगाया है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। दो-दो वरिष्ठ नेताओं को एक-एक विधानसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो रात में किसी मोहल्ले में किसी एक घर में बैठक आसपास के के सात से आठ घरों के लोगों को एकजुट कर उनके साथ बातचीत करते हैं और वहीं पर खाना खाते हैं।
आम आदमी पार्टी यह कार्यक्रम रात में 10 बजे के बाद चुनाव प्रचार बंद होने के बाद इस तरह की बैठक करती है। यह सिलसिला पिछले दो सप्ताह से लगातार खामोशी से चल रहा है। इस बैठक में क्षेत्र का कैंडिडेट नहीं होता है, केवल पार्टी के वरिष्ठ नेता होते हैं औऱ मुहल्ले के मतदाता। उनके साथ वो केजरीवाल के पांच साल के कामकाज को रखते हैं और बीजेपी की खामियों का जिक्र करते हैं।