CM उम्मीदवार के साथ दिल्ली में चुनाव लड़ सकती है BJP, PM मोदी के काम पर मांगेंगे वोट

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान तो नहीं हुआ है मगर सर्द मौसम में सत्ता पर कब्जे की लड़ाई तेज हो गई है। पार्टियां अपनी रणनीति को अमलीजामा पहनाते हुए जमीन पर पैठ बनाने की हर संभव कोशिश कर रही हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से साफ है कि अरविंद केजरीवाल ही दोबारा मुख्यमंत्री पड़ के दावेदार होंगे। जबकि बीजेपी में भी सीएम पड़ के दावेदार को लेकर मंथन चलने की खबरें सामने आ रही हैं। कांग्रेस की ओर से अभी साफ नहीं हुआ है कि चुनाव में उसका बड़ा चेहरा कौन होगा।
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 3, 2020 5:19 AM IST / Updated: Jan 06 2020, 04:27 PM IST

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CM उम्मीदवार के साथ दिल्ली में चुनाव लड़ सकती है BJP, PM मोदी के काम पर मांगेंगे वोट
बीजेपी में सीएम पद के उम्मीदवार को लेकर भारी कशमकश है। चर्चाओं की मानें तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी, विजेंद्र गुप्ता और विजय गोयल का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। दिल्ली के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावाडेकर ने भी कहा कि इस मसले पर जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा।
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ये कम मजेदार नहीं है कि जिन राज्यों में बीजेपी विपक्ष में रही है वहां उसने चुनाव से पहले सीएम पड़ के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की थी। 2014 में कई बड़े राज्यों में चुनाव लड़े गए थे। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में पार्टी ने सीएम पड़ के दावेदार का नाम आगे नहीं किया था। पार्टी की यह रणनीति आंतरिक मतभेद से बचने और चुनाव पर किसी नेता के नाम का असर नहीं पड़ने को लेकर रही है। दिल्ली में इस पद के लिए पार्टी में कई दावेदार हैं। इसका असर पार्टी के अभियान पर पद सकता है। ऐसी स्थिति में आखिर बीजेपी कोई चेहरा आगे कर क्यों विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है?
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क्या यह राज्य में केजरीवाल की मजबूत मौजूदगी की वजह से है? जबकि हालिया लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सातों सीटें जीतकर विपक्ष का सूपड़ा ही साफ कर दिया था। सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी की बूट बुरी गत हुई थी। बीजेपी के बाद कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले और पार्टी पांच लोकसभा सीटों पर दूसरे नंबर पर रही। लेकिन जानकारों का मानना है कि विधानसभा के मुद्दे अलग हैं।
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केजरीवाल दिल्ली में लोक कल्याणकारी योजनाओं का दावा करते रहते हैं। चूंकि विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दे ज्यादा हावी रहेंगे इस वजह से केजरीवाल के सामने पार्टी दिल्ली ईकाई के ही नेताओं को आगे कर चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि पीएम मोदी और अमित शाह समेत पार्टी के सभी केंद्रीय नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव के सबसे बड़े कैम्पेनर रहेंगे। मगर पार्टी अपना पूरा अभियान सीएम पद के लिए किसी उम्मीदवार का नाम आगे कर ही चलाएगी।
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मोदी के नेतृत्व में कैम्पेन के सवाल को लेकर बीजेपी के सीनियर लीडर सुधींद्र कुलकर्णी ने एक मीडिया समूह से कहा, भी, दिल्ली बीजेपी में लीडरशिप की कोई कमी नहीं है। सभी राजनीतिक दल अपना सर्वश्रेष्ठ आगे रखते हैं। इसे सुरक्षित रखने का कोई सवाल ही नहीं है। पीएम मोदी निश्चित रूप से बीजेपी की सभी रैलियों का हिस्सा होंगे और अपने अभियानों में AAP द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देंगे। कुलकर्णी ने यह भी कहा, "महाराष्ट्र और झारखंड के नतीजों का दिल्ली के विधानसभा चुनाव में कोई असर नहीं पड़ने वाला है।"
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