शाहीन बाग में नगरपालिका को मिला कॉन्डोम का पूरा ढेर, वायरल फोटो पर मचा बवाल, जानें सच
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में भारी विरोध प्रदर्शन चला है। 2 महीने बाद भी लगातार प्रोटेस्ट जारी है। यहां महिलाएं लगातर धरने पर बैठी हैं और पूरे प्रोटस्ट का नेतृत्व कर रही हैं। इस प्रोटेस्ट को लेकर एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। फेसबुक पर वायरल हो रही इस फोटो में दावा किया जा रहा है कि ये, शाहीन बाग में चल रहे प्रोटेस्ट की जगह के पीछे एक नाले की है जहां इस्तेमाल किए हुए कॉन्डोम का ढेर लगा हुआ है। फोटो को लाखों लोगों ने शेयर किया है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 19, 2020 11:52 AM IST / Updated: Feb 20 2020, 10:48 AM IST
शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। यहां मीडिया का जमावड़ा लगा है। लोग घरों से बाहर सपरिवार धरने पर बैठे हैं। इसमें अधिकतर मुस्लिम समुदाय के लोग हैं। खासतौर पर महिलाएं प्रोटेस्ट में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। पूरे देश में शाहीन बाग प्रोटेस्ट की चर्चा रही है। अब इस प्रोटेस्ट को लेकर एक फोटो सामने आई है। तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि नगरपालिका के कर्मचारियों को शाहीन बाग के पीछे नाले में ये कॉन्डोम का ढेर मिला है।
फेसबुक यूजर Prabhu Sagar ने यह तस्वीर शेयर की और साथ में लिखा, ‘साक्ष्य चाहिए तो कॉमेन्ट करें। प्रमाण मैं भेजूंगा। नगर पालिका कर्मचारियों को सफाई करते समय शाहीन बाग के पीछे वाले नाले में यह दृश्य देखने को मिला है।’
तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि शाहीन बाग में प्रोटेस्ट की जगह इस्तेमाल किए गए कॉन्डोम मिले हैं। यहां प्रोटेस्ट नहीं बल्कि ये सब चल रहा था जो शर्मनाक है। दावे के साथ इस्तेमाल कॉन्डोम के ढेर की फोटो शेयर की जा रही है। हालांकि फैक्ट चेकिंग में हमने तस्वीर से जुड़ी असली जानकारी निकाली।
शेयर की गई तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें baomoi.com का एक आर्टिकल मिला। यह आर्टिकल वियतनामी भाषा में था और इसे 13 दिसंबर 2016 को प्रकाशित किया गया था। इस आर्टिकल में ठीक वही तस्वीर इस्तेमाल की गई थी जिसे अब शाहीन बाग से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। इस खबर में लड़कों की हॉस्टल लाइफ के बारे में बताया गया था। कॉन्डोम के ढेर की जिस तस्वीर को शाहीन बाग से जोड़कर शेयर किया जा रहा है वह साल 2016 की है।
ऐसे में सच्चाई ये है कि वायरल तस्वीर का शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से कोई लेना-देना नहीं है। यह तस्वीर साल 2016 की है।