Published : Dec 06, 2019, 12:35 PM ISTUpdated : Dec 06, 2019, 12:50 PM IST
हैदराबाद. तेलांगना पुलिस द्वारा किए गए एनकाउंटर के बाद सोशल मीडिया एक फोटो वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है जंगल में पड़ी नजर आ रही ये चार लाशें आरोपियों की है। इस तस्वीरों को लेडी डॉक्टर के आरोपियों की शिनाख्त के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। फेसबुक, ट्विटर पर ये फोटो आरोपियों के एनकाउंटर की सबसे पहली तस्वीर के दावे के साथ वायरल की जा रही है। आइए जानते हैं इसकी सच्चाई।
ट्विटर पर आदर्श सिंह नाम के एक शख्स ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- आंतकवादियों और बलात्कारियों के लिए कोई हयूमन राइट्स नहीं होते तेलांगना पुलिस ने हैदराबाद केस के आरोपियों को ढेर कर दिया।
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सोशल मीडिया पर हैदराबाद एनकाउंटर के बाद जनता खुशी जाहिर कर रही है। 6 दिसंबर 2019 दिन शुक्रवार को सुबह-सवेरे आरोपियों के एनकाउंटर पर न्याय की गुहार लगा रहे लोग खुश हैं। सोशल मीडिया पर एनकाउंटर की सबसे पहली तस्वीर के दावे के साथ इसे शेयर किया गया।
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लोगों ने कहा न्याय हो गया और फोटो देखते ही देखते वायरल होने लगी। इस वायरल को संज्ञान में लेते हुए सत्यता जानने की कोशिश की। तो सच्चाई कुछ और ही निकलकर आई।
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वायरल होने के बाद हमने तस्वीर के फैक्ट चेक करने के लिए इसकी गूगल रिवर्स सर्च इमेज जांच पड़ताल की। तो इस तस्वीर से जुड़ी एक खबर सामने आई जिसमें पता चला कि ये तस्वीर ताजा तरीन हैदराबाद एनकांउटर केस से जुड़ी नहीं है। ये तस्वीर है साल 2015 में चित्तूर में पकड़े गए तस्करों की है। चंदन की तस्करी करने वाला ये पूरा गैंग पकड़ा गया था जिसमें 20 लोगों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। हमने इसकी सत्यता जानने के लिए गूगल पर सर्च किया तो इससे जुड़ी और भी खबरें सामने आई जिनमें बाकि फोटो और जानकारी मिली हैं।
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अत: निष्कर्ष ये निकलता है कि ये वायरल फोटो फेक और झूठे दावे के साथ वायरल की जा रही है जिस पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए। वहीं हैदराबाद एनकाउंटर से जुड़ी कोई तस्वीर अभी तक सामने नहीं आई है। तेलांगना पुलिस ने कोई तस्वीर और जानकारी अभी तक मीडिया के साथ साझा नहीं की है, बस ये कंफर्म है कि एनकाउंटर में आरोपियों को ढेर कर दिया गया। हालांकि सोशल मीडिया पर एनकाउंटर स्पॉट से जुड़ी तस्वीरें भी वायरल हो रही है। जिनमें लोग पुलिस कोसैल्यूट कर उनके फैसले का स्वागत कर रहे हैं।