छोटी सी दुकान में छातों की मरम्मत कर गुजारा कर रहे राष्ट्रपति कलाम के भाई, जानिए सच क्या है?
नई दिल्ली. देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। उनके संघर्ष की कहानी सदियों तक देश की पीढ़ी के लिए प्रेरणा रहेगी। उनके प्रेरणात्मक संदेश दिल में कुछ करने का जुनून भर देते हैं। कलाम देश के हर बच्चे के आदर्श हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर उनके संघर्ष से जुड़ी कई तरह की कहानियां वायरल होती रहती हैं। बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले कलाम देश के एक काबिल वैज्ञानिक और राष्ट्रपति बने थे। उनके परिवार को लेकर सोशल मीडिया पर एक खबर आज भी वायरल होती है। एक तस्वीर के साथ दावा किया जाता है कि, आज भी कलाम के भाई छातों की मरम्मत की छोटी सी दुकान चलाकर गुजारा कर रहे हैं। फैक्ट चेक में आइए जानते हैं वायरल हो रही इस खबर की पूरी सच्चाई आखिर क्या है...
Asianet News Hindi | Published : Feb 28, 2020 6:47 AM IST / Updated: Feb 28 2020, 12:29 PM IST
सोशल मीडिया पर कलाम के कोट्स जमकर शेयर किए जाते हैं। वहीं इतिहास में उनके नाम कई अचीवमेंट्स दर्ज हैं। पूर्व राष्ट्रपति बेहद नरम दिल के इंसान थे। उन्होंने छप्पर के घर में जिंदगी गुजारी। कलाम अखबार बेचकर पढ़े और बड़े होकर देश के वैज्ञानिक बने। उन्हें मिसाइल मैन का खिताब दिया गया था। कलाम एक बड़े परिवार में जन्में थे उनके भाई को लेकर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल होती रहती है।
फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर ये तस्वीर बहुत वायरल हैं। इसमें एक शख्स छाता मरम्मत करने वाली दुकान पर बैठा है। दावा किया जाता है क, ये 104 साल के जो बुजुर्ग हैं वो पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के बड़े भाई हैं उनका नाम मोहम्मद मुथु हैं। वो आज भी छाते की मरम्मत की दुकान चलाकर अपने लिए रोजी-रोटी जुटा रहे हैं।
कई यूजर्स ने अपने ट्विटर वॉल पर इस जानकारी को शेयर किया है। इसमें लिखा गया है कि स्वर्गीय कलाम साहब के बड़े भाई की छाता रिपेयरिंग की दुकान है और वे आज भी इसे चला रहे हैं। वहीं एक गांधी खानदान है जो उधार में लिए सरनेम पर देश को लूट कर खा रहे हैं। वीवीआईपी सुविधाओं से मजे ले रहे हैं। दरअसल हम सभी जानते हैं कि राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का परिवार बेहद गरीब था। ऐसे में सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के साथ आज भी दावा किया जाता है कि, कलाम तो देश के राष्ट्रपति थे पर उनके भाई कोई अमीर शख्स नहीं हैं बल्कि आज भी वो एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। उनका परिवार एक कच्चे मकान में रहता है और साधारण जिंदगी गुजर-बसर करता है।
अब बात आती है क्या है कि वाकई हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति का परिवार गरीबी और तंगहाली में जिंदगी गुजारने को मजबूर है? क्या उनके भाई आज भी एक छोटी सी दुकान चलाकार गुजारा कर रहे हैं? तो हम आपको बता दें कि फैक्ट चेकिंग में वायरल पोस्ट के सभी दावे फर्जी निकले हैं। दरअसल कलाम के पड़पोते और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फांडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी एपीजेएमजे शेख सलीम ने खुद मीडिया से बात करके इस दावे को खारिज किया था। उन्होंने बताया था कि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह फोटो डॉ. कलाम के भाई की नहीं है और न ही इसमें लिखी जानकारी सच है।
सलीम के अनुसार, डॉ कलाम के बड़े भाई मोहम्मद मुथु माराकायेर 102 साल के हैं, उन्होंने पहले भी कभी छाता रिपेयरिंग की कोई दुकान नहीं चलाई। वे पेशे से किसान रहे हैं और किसानी से घर चलाते रहे हैं। बता दें कि डॉ कलाम अपने चार भाईयों और एक बहन में सबसे छोटे थे। डॉ कलाम के अलावा उनके दो और भाईयों का भी देहांत हो चुका है। सबसे बड़े भाई और बहन ही अब जीवित हैं।