Fact Check. नीता अंबानी ने की मरकज जमातियों को गोली मारने की मांग...वायरल हुआ ये फर्जी ट्वीट
नई दिल्ली. निज़ामुद्दीन में सलाना कार्यक्रम में शामिल हुए तब्लीगी जमात इस समय काफी चर्चा में है। भारत में लॉक डाउन (Lock Down) के इन लोगों के सलाना कार्यक्रम पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं इस कार्यक्रम में शामिल बहुत से लोग कोरोना संक्रमित भी पाए गए हैं। न जाने कितने ही सद्स्य अपने घरों को लौट गए और इससे वायरस फैलने की आशंका है। ऐसे में सोशल मीडिया पर जमात के खिलाफ जमकर गुस्सा फूट रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी का एक ट्वीट चर्चा में है। ट्वीट के मुताबिक नीता अंबानी ने निजामुद्दीन के इन जमातियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं कि सच्चाई क्या है?
Asianet News Hindi | Published : Apr 3, 2020 7:41 AM IST / Updated: Apr 03 2020, 01:27 PM IST
तब्लीगी जमात की इस बैठक में दुनिया भर के जमाती पहुंचे थे। बहुत से विदेशी लौट चुके हैं वहीं देशभर में यहां शामिल हुए लोग घर चले गए हैं। इससे कोविड-19 का संक्रमण देश के कोने-कोने में फैलने की आशंका जताई जा रही है। तबलीगी जमात के इन संक्रमित लोगों से केंद्र और राज्य की सरकारें परेशान हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर जमात के लोगों के खिलाफ लोग कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इसमें नीता अंबानी का नाम भी जोड़ दिया गया है।
वायरल पोस्ट क्या है? मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी के नाम से एक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया गया। ट्वीट में सरकार से कड़ा कदम उठाने का आग्रह किया गया है। इसमें लिखा है- पूरा सरकारी महकमा निजामुद्दीन से निकले 157 लोगों को क्यों ढूंढ रहा है? 10 घंटे सरेंडर का समय दे के Shoot at sight का ऐलान करो।
क्या दावा किया जा रहा है? सोशल मीडिया पर इस ट्वीट के साथ दावा किया जा रहा है कि नीता अंबानी निजामुद्दीन के जमातियों को गाली मारने के आदेश देने की मांग कर रही हैं। उन्होंने सभी जमातियों को 10 घंटे में सरेंडर करने का समय मांगा और ऐसा न होने पर गोली मारने के आदेश दे दिए जाएं की बात कही। यह ट्वीट देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस ट्वीट को अब तक 5.4 हजार लोगों ने रीट्वीट कर दिया, जबकि 1.1 हजार लोगों ने नीता अंबानी के इस ट्वीट पर कमेंट्स किए इसके अलावा उनके इस ट्वीट को 22.4 हजार लोगों ने लाइक भी किया है। हालांकि इस ट्विटर अकाउंट पर हमे संदेह है।
दावे की सच्चाई क्या है? ये अकाउंट नीता अंबानी का अधिकारिक अकाउंट नहीं है। इससे ये साबित होता है कि निजामुद्दीन मरकज जमातियों के खिलाफ नीता अंबानी ने ऐसी कोई भी मांग सरकार से नहीं की है। न ही उन्होंने जमातियों के खिलाफ शूट एट साइट के आदेश देने को कहा है। ये फर्जी अकाउंट जो मिसेज अंबानी के नाम फर्जी दावे कर रहा है।
नीता अंबानी के नाम से ट्विटर पर एक और फर्जी अकाउंट चलाया जा रहा है, ये आईडी मोडिफाइड गर्ल के नाम से बनी है। इस पर भी मिसेज अंबानी के नाम अनाप शनाप बातें लिखी जा रही हैं। यहां तक की गालियों की भी भरमार है जबकि नीता अंबानी ट्विटर पर नहीं हैं और उनका कोई ऑफिशियल अकाउंट नहीं है।
इससे पहले भी फर्जी अकाउंट से नीता अंबानी के नाम कई दावे और मैसेज किए जा चुके हैं। वो इस बारे में सफाई भी पेश कर चुकी है। कोरोना वायरस को लेकर देश में फर्जी खबरें बड़ी तादाद में शेयर की जा रही हैं। इसमें नीता अंबानी के नाम ये दावा बिल्कुल नया है इस पर भरोसा करने से बचें।