नरभक्षियों का दौर वापस आ गया? वायरल हो रहा है अमेरिका में 'मानव मांस' परोसने का मामला
नई दिल्ली. व्हैट्सएप पर एक लंबा-चौड़ा मैसेज इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि न्यूयॉर्क शहर में सरकार ने एक रेस्टोरेंट को मानव मांस बेचने की मंजूरी दे दी है। इसका एक स्क्रीनशॉट हम आपको दिखा रहे हैं जिसमें लिखा है कि नरभक्षियों का युग वापस आ गया है। शॉकिंग, दुनिया खत्म होने के कगार पर है। न्यूयॉर्क के एक रेस्टोरेंट को मानव मांस बेचने के लिए सरकार की तरफ से अनुमति मिल चुकी है। इस खबर के साथ एक लिंक भी शेयर किया गया है। www.empirenews.net साइट की खबर का लिंक है। इसे मार्च 2016 में प्रकाशित किया गया था दिखाया गया है।
Asianet News Hindi | Published : Nov 27, 2019 12:20 PM IST / Updated: Nov 27 2019, 10:17 PM IST
आखिर पोस्ट में क्या लिखा है- आर्टिकल में लिखा है, विचाराधीन रेस्तरां का नाम SKIN है, और रेस्तरां के मालिक मारियो डोरसी ने माना है कि, "फूड चेन के मामले में हम टॉप पर हैं, और एकमात्र मनुष्य का मांस ही जो हमसे बचा था, हमने अपने रेस्तरां में मानव मांस की सेवा देने के लिए लंबी और कड़ी मेहनत की, और सरकार ने अंत में स्वीकार किया कि हम सही थे।" इस रेस्टोरेंट में मनुष्यों की संख्या को नियंत्रण में करने के लिए मानव मांस की शुरुआत करने की बात कही जा रही है। इस खबर को सुनकर लोग सकते में आ गए और देखते-देखते पोस्ट वायरल हो गई।
क्यों वायरल हुई ये खबर- इंसानों का मांस बेचने वाली इस खबर को सुन कोई भी हक्का-बक्का रह जाए। ऐसे में व्हैट्सएप पर इस मैसेज को देख लोगों ने शेयर करना शुरू कर दिया। इस खबर में न्यूयॉर्क सरकार की मंजूरी ने इसे और अपीलिंग बना दिया। अन्य वेबसाइटों, एलीट न्यूज़ प्रेस और डेजर्ट हेराल्ड ने भी इस खबर की जांच पड़ताल की। इसे फेसबुक पर यूजर्स ने जमकर पोस्ट भी किया है लेकिन खबर की सच्चाई कुछ और ही निकली।
अब जानिए क्या है सच्चाई- आपको बता दें कि ये जानकारी एक व्यंग्य के तौर पर लिखी गई है। एम्पायर न्यूज़ वेबसाइट केवल मनोरंजन के लिए ऐसी व्यंग और फनी खबरें लिखती रही है। वेबसाइट के बारे में गूगल पर सर्च करने से पता चला कि वह "केवल मनोरंजन के लिए, लेख छापने का दावा करती है।" इसमें आगे कहा गया है, "हमारी वेबसाइट और सोशल मीडिया सामग्री केवल सार्वजनिक नामों के मामलों को छोड़कर, काल्पनिक नामों का उपयोग करती है और सेलिब्रिटी पैरोडी या व्यंग लिखती है।"
अब जब लोग इस खबर को सच मानकर धड़ाधड़ शेयर कर रहे हैं तो हम आपको बता दें कि यह एक फनी खबर है। फेक न्यूज के इस दौर में फनी खबरों का अंबार लगा हुआ है। पर वेबसाइट के तथ्यों के आधार पर हम कह सकते हैं कि यह फेक न्यूज है जिसें सीरियस नहीं लेना चाहिए। फैक्ट चेक के बाद खबर की सत्यता सामने आ चुकी है।