वायरल पोस्ट क्या है?
फेसबुक पेज “I am with Eme Bhattacharya” ने तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा: 7 किलो विस्फोटक के साथ डोडा में एक बुजुर्ग सेना के पिकेट को उड़ाने पहुंचे थे। प्रोपर ट्रेनिंग न होने और ज्यादा उम्र के कारण पकड़े गए, इतने विस्फोटक से 10 से 20 सैनिक को उड़ाया जा सकता है। बुज़ुर्ग ने बताया कि जन्नत की चाह में ऐसा करने जा रहे थे। (क्या सच में आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता?)