Published : Dec 14, 2019, 10:57 AM ISTUpdated : Dec 14, 2019, 10:58 AM IST
नई दिल्ली. संसद द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) पारित करने को लेकर असम में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इस दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस एक महिला पर बेरहमी से लाठी भांज रही है। वीडियो में कहा जा रहै कि हाल में पारित हुए विवादास्पद बिल पर विरोध प्रदर्शनों से निपटने के लिए पुलिस अपने नीचपन पर उतर आई है, वह महिलाओं पर बेरहमी से लाठीचार्ज कर रही है। वायरल हुई इस खबर को लाखों लोग शेयर कर चुके हैं ऐसे में हमने इसकी जांच-पड़ताल की है जिसमें चौंकाने वाली जानकारी सामने आई।
दरअसल ट्विटर पर छह सेकंड की एक छोटी वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। वीडियो में एक पुलिसवाले को सड़क पर एक महिला पर लाठी चार्ज करते हुए दिखाया जा रहै। वीडियो को फेसबुक पर भी पोस्ट किया गया है। लोग वीडियो में दावा कर रहे हैं कि ये असम का है जहां सिटिजन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है। 11 दिसंबर को अलोड किए गए वीडियो को 11,000 से अधिक बार देखा गया है और अब तक लगभग 400 बार शेयर किया गया है। कई यूजर्स ने दावा किया है कि वीडियो असम का है जहां एक महिला बिल का विरोध कर रही है और उसे पुलिस लाठी से मार रही है।
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अभिज्ञान सारमाह गगोई नाम के शख्स ने 12 दिसंबर को ये वीडियो पोस्ट किया। उसने लिखा कि कैब नहीं चलेगा, कैब प्रोटेस्ट क्या यही तरीका है जैसा आप हमसे व्यवहार करके हैं? एक और शख्स शशांका दत्ता ने बिना कैप्शन के क्लिप फेसबुक पर शेयर की। इसे 11,000 से अधिक बार देखा गया है और अब तक लगभग 400 बार शेयर किया गया है। लोग इसे असम प्रोस्टेट से जुड़े वीडियो होने का दावा कर रहे हैं। जबकि ऐसा नहीं है हमने गूगल पर सर्च कर जानकारी निकाली जिसमें ये वीडियो झारखंड में आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन का पाया गया है।
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जिस संदर्भ में वीडियो को साझा किया गया है, उसे देखते हुए, कई उपयोगकर्ताओं ने दावा किया है कि वीडियो असम का है। जबकि ये वीडियो असम नहीं झारखंड का एक पुराना क्लिप है। यह नागरिकता संशोधन विधेयक पर विरोध से संबंधित नहीं है। फेसबुक पर पोस्ट किए गए वीडियो के कैप्शन से जब स्क्रॉल किया और एक अन्य यूजर ने भी कुछ समय पहले ये वीडियो पोस्ट किया था जिसमें बताया कि ये असम से नहीं है। उसमें एक YouTube वीडियो का लिंक भी था। ये आगंबाड़ी महिला कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का एक पुराना वीडियो है।
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दरअसल सोशल मीडिया पर असम प्रोस्टेट से जुड़े कई फेक वीडियो और फोटोज वायरल किए जा रहे हैं। वहां महिलाएं, छात्र सड़कों पर उतरे हुए हैं, पुलिस और सेनाबल मौजूद है। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले बरसाए थे, लाठीचार्ज भी हुआ है लेकिन किसी महिला के साथ बर्बता की कोई खबर सामने नहीं आई है। ऐसे में ये वीडियो झूठे दावे और भ्रामक जानकारी के साथ शेयर किया गया है।