Fact Check; गुजरात में मस्जिद से मिला हथियारों का जखीरा; बेहिसाब तलवारें और चाकू, जानें सच

अहमदाबाद. गुजरात इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दो दिवसीय दौरे को लेकर चर्चा में है। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं। दावा किया जा रहा है कि, एक मस्जिद में हथियारों का जखीरा मिला है और कुछ संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया गया है। तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। इन फोटोज से सोशल मीडिया पर कोहराम मचा हुआ है। अहमदाबाद में ट्रम्प के आगमन की तैयारियों के बीच इन फोटोज को फेसबुक, ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 22, 2020 9:41 AM IST / Updated: Feb 22 2020, 03:50 PM IST

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Fact Check;  गुजरात में मस्जिद से मिला हथियारों का जखीरा; बेहिसाब तलवारें और चाकू, जानें सच
सोशल मीडिया पर अमेरिकी राष्ट्रपति के आने की चर्चा है। ट्रम्प सपरिवार भारत के दौरे पर आ रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर गुजरात को लेकर ये खबर सामने आई है।
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ट्विटर और फेसबुक पर ये फोटोज शेयर की जा रही हैं। किरन जैन ने फोटो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा कि, “हथियार गुजरात की एक मस्जिद से जब्त किए गए। आखिरकार मुसलमान क्या करना चाहते हैं? अगर हम देश भर की मस्जिदों की जांच करते हैं, तो हमें ऐसे हथियार मिल सकते हैं। ”
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कोलाज के साथ तस्वीरें शेयर की गई हैं। पुलिस और आरोपियों के साथ प्रदर्शित विभिन्न आकारों की तलवारें और हथियार भी हैं। दावा किया जा रहा है कि, गुजरात की मस्जिद से पुलिस ने हथियारों का जखीरा जब्त किया है। इसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।
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फोटोज वायरल होने के बाद हमने इनकी सत्यता जानने की कोशिश की। तो रिवर्स इमेज सर्च में पाया कि यह फोटोज राजकोट डिटेक्शन ऑफ क्राइम ब्रांच (DCB) और कुवाडवा पुलिस के नेतृत्व में एक ऑपरेशन के हैं। टीम ने अवैध हथियारों के कारोबार का भंडाफोड़ किया था। राजकोट अहमदाबाद राजमार्ग पर चोटिला के पास एक होटल में अवैध हथियार जब्त किए गए। गुजरात हेडलाइन न्यूज के 2016 के एक ट्वीट में ये तस्वीरें देखी जा सकती हैं।
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दरअसल वायरल हो रही ये तस्वीरें साल 2019 में भी सामने आई थीं। तब एक महिला ने फोटोज शेयर करते हुए कहा था, केरल के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में हर घर में हथियारों का स्टॉक करना शुरू कर दिया था। वे गृह युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। यह हथियार बंद राजकोट के एक मदरसे का है। वहीं साल 2017 में भी व्हाट्सएप और ट्विटर पर इसी तरह के दावे के साथ वही तस्वीरें वायरल हुई थीं। तब भी फैक्ट चेकिंग में इन झूठे दावों की पोल खुल गई थी।
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