Published : Feb 21, 2020, 04:08 PM ISTUpdated : Feb 21, 2020, 04:33 PM IST
अहमदाबाद. अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प 24 फरवरी को भारत यात्रा पर आने वाले हैं। ट्रम्प गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत आगमन के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। वहीं सोशल मीडिया पर ट्रम्प के स्वागत को लेकर बहुत सी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। अहमदाबाद में सड़क और दीवारों पर रंग-रोगन का काम चल रहा हैं। इस बीच एक तस्वीर ऐसी भी सामने आई हैं जिसमें एक दीवार पर पेंटर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डॉनल्ड ट्रम्प की तस्वीर बना रहा है। पर अब इस तस्वीर से एक विवाद जुड़ गया है।
दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में दर्शाया जा रहा है कि ट्रम्प के आगमन के लिए एक तरफ दीवारें पुतवाई जा रही हैं, उन पर लोग शर्मनाक हरकतें कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ये तस्वीर तेजी से वायरल हो रही हैं। ट्रोलर्स जहां फोटो पर हंस रहे हैं वहीं ज्यादातर लोग इस पर आपत्ति भी जता रहे हैं।
25
दरअसल सोशल मीडिया पर कांग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक गौरव पांधी ने भी इन फोटोज को शेयर करते हुए ट्वीट किया। फोटो में साफ देखा जा सकता है कि, एक शख्स को दीवार पर पेशाब करते हुए दर्शाया गया है, ये वही दीवार है जिस पर ट्रम्प की तस्वीर पीएम के साथ उकेरी गई है। वहीं तस्वीर में ये भी दिखाया गया कि, दीवार पर सेक्स रोगी मिले, यहां पेशाब न करें जैसे नारे भी लिखे हैं। सोशल मीडिया पर ट्रेलर्स तस्वीरों को आपत्तिजनक कैप्शन के साथ तेजी से वायरल कर रहे हैं।
35
तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि, अहमदाबाद में ट्रम्प के आगमन के लिए पुतवाई गईं दीवारों पर लोग पेशाब करने लगे हैं। एक तरफ शहर साफ किया जा रहा है तो दूसरी लोग शर्मनाक हरकतों से इसे गंदा भी कर रहे हैं। हालांकि अधिकतर ट्रोलर्स ने इन तस्वीरों मजाकिया अंदाज में शेयर कर रहे हैं।
45
दरअसल वायरल हो रही फोटो में पीएम और ट्रम्प की तस्वीरें बनी दीवार दिखाई गई उसको फोटोशॉप्ड करके ये तस्वीर बनाई गई हैं। हम आपको यहां हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में अहमदाबाद में ट्रम्प के आगमन की तैयारी के लिए पुतवाई गई दीवार की छपी असली तस्वीर दिखा रहे हैं। इसमें ऐसी कोई हरकत करता शख्स नजर नहीं आ रहा। वहीं पेशाब करता हुए शख्स का वीडियो दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन के अंडर ब्रिज का है।
55
यूट्यूब पर ये वीडियो साल 2012 को अपलोड किया गया था। इस वीडियो से फुटेस लेकर फोटोशॉप के जरिए अहमदाबाद की दीवार पर चिपका दिया गया। इसी फेक फोटो को लोग वायरल कर रहे हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि, वायरल हो रही ये तस्वीरें पूरी तरह फेक हैं। ट्रोलर्स के जरिए शेयर की जा रही इन तस्वीरों पर भरोसा करने से बचना चाहिए।