25 साल की उम्र बेटी ने जज बनकर सच किया पिता का सपना, बताया कैसे रचा इतिहास...आप भी जानिए ये टिप्स
पानीपत (हरियाणा). कहते हैं जज्बा और जनून हो तो कामयाबी भी चरण चूमती है। ऐसा ही कर दिखाया पंजाब की बेटी श्वेता शर्मा ने। जिसने 25 साल की उम्र बेटी ने 'हरियाणा सिविल सर्विसेज' (ज्यूडीशियल) एग्जाम पास करके जज बनकर बन गई हैं। बता दें कि हाल ही में आए एचएससी के परिणामों में श्वेता ने पहली रैंक हासिल की है। इसके साथ ही श्वेता ने पहले ही प्रयास में हरियाणा समेत चार राज्यों में हुई परीक्षा को पास करके इतिहास रचा है। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ करने के बाद पिछले साल मार्च 2019 में यह एग्जाम दिया था।
बता दें कि श्वेता शर्मा पंजाब के रोपड़ की रहने वाली हैं। उन्होंने पीयू से ही लॉ की पढ़ाई की है। दसवीं तक की पढ़ाई रोपड़ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से की। 11वीं और 12वीं की पढ़ाई चंडीगढ़ से की। बता दें कि श्वेता के परिवार में किसी ने भी वकालत की पढ़ाई नहीं की है।
श्वेता ने बताया कि जब तक आप लगन से नोट्स बनाकर तैयारी नहीं करोगे, तब तक टॉपिक क्लीयर नहीं होंगे। इसके साथ ही आप एग्जाम के टाइम किसी प्रकार की टेंशन नहीं लेना चाहिए। जैसे ही परिक्षा पास आ गई तो मैंने पूरा- पूरा दिन पढ़ाई करती रहती थी। लेकिन इसके लिए मैंने कोई टाइम फिक्स नहीं किया था। बीच-बीच में टीवी, मोबाइल और सोशल मीडिया पर भी अपना टाइम पास करती रहती थी। ताकि किसी प्रकार का कोई तनाव ना हो।
श्वेता ने बताया कि एचएससी के परिणाम पिछली साल अप्रैल में नतीजे तो आए, पर 107 सीटों में से केवल 9 आवेदक सिलेक्ट होने के कारण मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया था। इन 9 में वह खुद शामिल थीं। सेवामुक्त जज जस्टिस एके सिकरी की जांच के बाद आवेदकों को 30-30 ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। इसके बाद 27 आवेदक सिलेक्ट हुए। पर इसके लिए उन्हें 9 महीने का इंतजार करना पड़ा।
श्वेता के पिता पवन कुमार रोपड़ थर्मल प्लांट में एसडीओ हैं। उनकी बड़ी बहन कनाडा में है और जबकि भाई अभी पढ़ाई कर रहा है।
श्वेता की मां प्रिया शर्मा कहती हैं कि बेटी ने पिता के सपने को सच कर दिया। उन्होंने कहा कि श्वेता के पिता पवन कुमार शर्मा चाहते थे कि उनकी बेटी जज बने, जो उसने आज कर दिखाया है। हमे अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। घर में खुशी का माहौल है और उनके परिजन मिठाईयां बांट रहे हैं।