क्या? परिणीति चोपड़ा को CAA का विरोध करना पड़ा भारी, एक Tweet की चुकानी पड़ी 'बड़ी कीमत'
रोहतक (हरियाणा). नागरिकता कानून का आम आदमी से लेकर कई बॉलीवुड एक्टर-एक्ट्रेस भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बिल के खिलाफ परिणीति चोपड़ा ने भी एक ट्वीट किया है। जो हरियाणा की राजनीति में चर्चा में आ गया है। जिसको लेकर लोग सोशल मीडिया के जरिए अभिनेत्री पर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। वहीं एक यूजर ने लिखा कि परिणीति को इसी ट्वीट के चलते हरियाणा सरकार ने 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान की ब्रांड अंबेसडर पद से हटा दिया है। हालांकि राज्य सरकार ने पुष्टि करते हुए कहा कि अभिनेत्री हरियाणा की ब्रांड एंबेसडर नहीं हैं। उनका पहले ही कार्यकाल पूरा हो चुका था।
Asianet News Hindi | Published : Dec 20, 2019 8:52 AM IST / Updated: Dec 20 2019, 02:27 PM IST
परिणीति चौपड़ा ने अपने ट्वीट में लिखा था, क्या देश के नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है। वह अपने विचार व्यक्त भी नहीं कर सकते हैं क्या। अगर ऐसा है तो आप कैब को भूल जाओ। अब हमको एक ऐसा बिल पास करना चाहिए जो अपने देश को लोकतांत्रिक देश कहना छोड़ देना चाहिए। अपने मन की बात कहने पर निर्दोष लोगों की पिटाई की जा रही है? यह बर्बर है
हरियाणा के इस अभियान के सलाहकार योगेंद्र मलिक ने कहा कि परिणीति को 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड अंबेसेडर बनाया था। 2016 में उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया। इसके बाद ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को ब्रांड अंबेसेडर बनाया था।
इन ट्वीट्स के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा-खट्टर साहब हरियाणा की बेटियां पढ़ी लिखी भी हैं, समझदार भी और अपने विचार व्यक्त करने का साहस रखने वाली भी। उन्हें ब्रांड ऐम्बैसडर से हटा कर और बोखला कर आप उनकी आवाज़ नही दबा सकते। और जजपा चुप क्यों है? कितनों की आवाज दबाओगे और आखिर कब तक?
ऐसा ही मामला बॉलीवुड एक्टर और 'सावधान इंडिया' क्राइम शो के होस्ट सुशांत सिंह ने भी CAA के विरोध में एक ट्वीट किया था। जिसमें सुशांत ने लिखा था कि 'और सावधान इंडिया के लिए मेरा कार्य समाप्त होता है'। जब उनसे एक यूजर ने पूछा की क्या आपने सच बोलने की कीमत चुकाई है। तो सुशांत ने जवाब देते हुए कहा- यह तो बहुत छोटी कीमत है भाई।