यह तस्वीर दिखाने का मकसद इंसानियत को मरने से बचाना है
Asianet News Hindi | Published : Jul 27, 2019 1:33 PM IST / Updated: Jul 27 2019, 07:06 PM IST
रोहतक. यह तस्वीर इंसानियत को लहूलुहान करने वाली है। इस शख्स पर नशा मुक्ति केंद्र की आड़ में नशा मुहैया कराने का आरोप है। पुलिस ने इसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब इसका कहना है कि एक पुलिसवाले ने मामला रफा-दफा करने 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसी सिलसिले में वो एसपी से शिकायत करने आया था। लेकिन उसे होमगार्ड ने मिलने नहीं दिया। गुस्से में आकर शख्स ने अपने पैरों की नसें काट लीं। फर्श पर खून बहता देख पुलिसवाले घबरा गए। कहीं एसपी साहब यह न देख लें, इसलिए एक पुलिसवाला शख्स को घसीटते हुए वहां से ले गया। बाद में उसे पीजीआई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
घटना शुक्रवार दोपहर 2 बजे की है। 50 साल का राजबीर कंसाला गांव में नशा मुक्ति केंद्र चलाता था। 2014 में उस पर नशामुक्ति केंद्र में इलाज के आने वाले लोगों को नशा देने का आरोप लगा था। राजबीर ने कहा कि कंसाला चौकी में तैनात रहे एक एएसआई ने मामले को रफा-दफा करने रिश्वत मांगी थी। वो इसी की शिकायत करने एसपी के पास आया था। वो तीन घंटे बाहर बैठा रहा, लेकिन उसे मिलने नहीं दिया गया। उधर, कंसाला थाने के इंचार्ज सुरेंद्र कुमार ने कहा कि राजबीर ने जिस एएसआई पर आरोप लगाया है, उसका बहुत पहले ट्रांसफर हो चुका है। राजबीर के खिलाफ सुसाइड की कोशिश करने का मामला दर्ज किया गया है।