रोहतक (हरियाणा). कोरोना और लॉकडाउन का असर अमीर-गरीब हर वर्ग पर पड़ा है। लेकिन गरीबों के सपने जैसे टूट-से गए हैं। ऐसी ही एक बेबसी की कहानी हरियाणा से सामने आई है, जहां हरियाणा की पहचान इंटरनेशनल लेवल पर बनाने वाली वूशु गेम में देश के लिए 24 मेडल जीतने वाली शिक्षा नाम की अंतराष्टीय खिलाड़ी आज दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज है। लिहाजा इस बेटी को रोजी-रोटी की जुगाड़ करने के लिए मनरेगा में मजदूरी तक करनी पड़ रही है।